Post Views 71
December 23, 2025
उदयपुर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक निजी क्लिनिक पर छापा मारकर गंभीर अनियमितताओं का खुलासा किया है। भट्ट जी की बाड़ी स्थित द बाउंस हेयर एंड स्किन क्लिनिक पर की गई इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। यह क्लिनिक बिना आवश्यक पंजीकरण और नियमों के लंबे समय से संचालित किया जा रहा था। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक आदित्य ने बताया कि क्लिनिक के खिलाफ शिकायत मिलने पर जांच टीम गठित की गई थी। शहर प्रभारी एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. कैलाश शर्मा, भूपालपुरा चिकित्सा प्रभारी डॉ. अंकुर शर्मा और पब्लिक हेल्थ मैनेजर भूपेश रावल ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। जांच के दौरान क्लिनिक में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं मिला, जो नियमों का गंभीर उल्लंघन है। जांच में यह भी सामने आया कि क्लिनिक का स्टेब्लिशमेंट रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया था। इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का प्रमाणपत्र और बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट से संबंधित कोई भी अनुमति मौके पर नहीं पाई गई। क्लिनिक परिसर में दवाइयां रखी मिलीं, जिनकी खरीद सिर्फ एक फार्मासिस्ट के लाइसेंस के आधार पर की जा रही थी। दवाइयां पाए जाने के बाद सीएमएचओ ने तत्काल जिला औषधि नियंत्रण विभाग की अधिकारी नेहा बंसल और कुलदीप यादव को जांच के लिए बुलाया। जांच में पता चला कि क्लिनिक का संचालन मनोज तिवारी कर रहा था, जो मूल रूप से पाली जिले का निवासी है। संचालक के पास किसी भी प्रकार की चिकित्सीय डिग्री नहीं पाई गई।
डॉ. अशोक आदित्य ने बताया कि बिना मेडिकल डिग्री के क्लिनिक चलाना और दवाइयों का भंडारण करना कानूनन अपराध है। आम जनता की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से हाथीपोल पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसे अवैध क्लिनिकों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved