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December 10, 2025
दिव्यांगजन जागरूकता पखवाड़े ‘ऐसा क्यों’ नृत्य-नाटिका के सफल मंचन
अजेमर 10 दिसम्बर 2025 राजस्थान महिला कल्याण मंडल, चाचियावास द्वारा आयोजित दिव्यांगजन जागरूकता पखवाड़ा (2–16 दिसम्बर 2025) के अंतर्गत ‘ऐसा क्यों’ शीर्षक संवेदनशील नृत्य-नाटिका का विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में श्रृंखलाबद्ध मंचन किया गया। इस नाटिका का उद्देश्य दिव्यांगजनों की अनुभूतियों, सोच और दैनिक चुनौतियों को समाज के समक्ष प्रस्तुत कर समावेशन को बढ़ावा देना रहा।
पखवाड़े की शुरुआत 2 दिसम्बर को सागर कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम के साथ हुई थी, जबकि 3 दिसम्बर को आर एम के एम परिसर में दिव्यांगजन सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिव्यांग प्रतिभाओ को सम्मानित किया गया।
4 दिसम्बर को डी.डब्ल्यू.पी.एस. स्कूल चाचियावास में नृत्य-नाटिका का सफल मंचन श्रीमती ममता भार्गव एकेडमी हेड के सहयोग से आयोजित हुआ। 5 दिसम्बर को सोफिया गर्ल्स कॉलेज, अजमेर में कार्यक्रम का संचालन सिस्टर रानी मेंटल हेल्थ डायरेक्टर द्वारा किया गया तथा मार्गदर्शन मैम आशा और मैम क्रिस्टीना प्रोफेसर साइकालजी डिपार्ट्मन्ट ने प्रदान किया।
6 दिसम्बर को संस्कृति द स्कूल, अजमेर में नाटिका का मंचन प्राचार्या सुश्री मनीषा जोहरी के संचालन एवं उप-प्राचार्य डॉ. मनोज भारद्वाज के सहयोग से किया गया, 8 दिसम्बर को मैस्कॉट द स्कूल, अजमेर में प्रस्तुति प्राचार्या श्रीमती सुरभि आनंद के नेतृत्व में आयोजित हुई ।
9 दिसम्बर को श्री रतनलाल कंवरलाल पटनी गर्ल्स कॉलेज, किशनगढ़ में आयोजित NSS वैलेडिक्टरी समारोह में ‘ऐसा क्यों’ नृत्य-नाटिका का प्रभावशाली मंचन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीए सुभाष अग्रवाल डायरेक्टर एंड सेक्रेटरी, श्रीमती क्षमा आर. कौशिक डायरेक्टर एंड सेक्रेटरी एवं श्री राकेश कुमार कौशिक डायरेक्टर आर एम के एम उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समन्वय सयुक्त निर्देशक अनुराग सक्सेना, अतिरिक्त निर्देशक तरुण शर्मा,श्रीमती पद्मा चौहान, सरोज शर्मा और बरखा गहलोत द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राधा गुप्ता एवं श्रीमती श्रेया तिवारी आर एम के एम ने किया। एन एस एस विद्यार्थियों ने सभी बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
नृत्य-नाटिका ने समाज के समक्ष यह महत्वपूर्ण प्रश्न रखा कि क्या हम ऐसा वातावरण बना पा रहे हैं, जहाँ प्रत्येक बच्चा—विशेष हो या सामान्य—सम्मान, स्वीकृति और समान अवसरों के साथ आगे बढ़ सके। नृत्य नाटिका के माध्यम से 1500 से अधिक छात्र-छात्राओ तथा स्टाॅफ की सहभागिता रही।
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