Post Views 01
December 8, 2025
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित वर्ष 2022 में सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट का मामला, पुलिस ने आज भीनमाल जालौर निवासी डमी कैंडिडेट को न्यायालय में किया पेश, न्यायालय में पेश कर कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया, वास्तविक कैंडिडेट को पुलिस पूर्व में कर चुकी है गिरफ्तार,
अजमेर की सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरपीएससी की सेकंड ग्रेड अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 असली अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने वाले डमी कैंडिडेट को गिरफ्तार कर लिया है।आरोपी डमी कैंडिडेट ने 3 लाख रुपए लेकर असल अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दी थी।डमी कैंडिडेट द्वारा दी गई परीक्षा में अभ्यर्थी पास भी हो गया। लेकिन जब आरपीएससी द्वारा काउंसलिंग की गई तो उसमें फोटो मैच नहीं होने पर फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। पुलिस पूर्व में असल अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर चुकी है। अब डमी कैंडिडेट को गिरफ्तार कर पुलिस तीन दिन के पीसी रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ में जुटी है।
प्रकरण के जांच अधिकारी अभय कमांड के एडिशनल एसपी गणेशाराम ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग सेकंड ग्रेड अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 आयोजित करवाई गई थी। इसमें बाड़मेर जिले के अभ्यर्थी जगदीश मेघवाल का परीक्षा केंद्र जोधपुर में आया था। अभ्यर्थी द्वारा परीक्षा में अपने स्थान पर जिला जालोर के रहने वाले दीपाराम बिश्नोई को डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दिलवाई थी। इस परीक्षा को डमी कैंडिडेट दीपाराम ने परीक्षा दी और उसे पास भी कर लिया । एडिशनल एसपी गणेशाराम ने बताया कि जब आरपीएससी द्वारा काउंसलिंग की गई तो काउंसलिंग के दौरान मूल भरे गए फॉर्म और उपस्थिति पत्र की जांच करने पर उसमें कैंडिडेट की फोटो मैच नहीं हुई। इसके बाद आरपीएससी के सामने फर्जीवाड़ा उजागर हो गया। आरपीएससी द्वारा जनवरी 2024 में सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया।
एडिशनल एसपी गणेशराम ने बताया पूर्व में कैंडिडेट जगदीश को पूछताछ के बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। डमी कैंडिडेट दीपाराम फरार चल रहा था। मुखबिर की सूचना पर जिला जालोर के रहने वाले 31 वर्षीय दीपाराम पुत्र हरिराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी डमी कैंडिडेट ने 3 लाख रुपए लेकर असली कैंडिडेट की जगह परीक्षा दी थी। पुलिस गिरफ्तार डमी कैंडिडेट को रिमांड पर लेकर पूछताछ में जुटी है।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved