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November 4, 2025
अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में देसी जोश और विदेशी रंग का धमाल — मटका रेस, म्यूजिकल चेयर और कुश्ती दंगल ने जीता दर्शकों का दिल
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेला अब पूरे शबाब पर है। जहां एक ओर तीर्थराज पुष्कर में धार्मिक आयोजनों का सिलसिला जारी है, वहीं मेला मैदान में सांस्कृतिक और पारंपरिक प्रतियोगिताओं ने देशी-विदेशी पर्यटकों को रोमांचित कर दिया।
आज मेला मैदान में आयोजित मटका रेस और म्यूजिकल चेयर रेस ने मेले में उत्साह का माहौल बना दिया। राजस्थानी परिधान में सजी महिलाओं और विदेशी बालाओं ने मटका लेकर दौड़ लगाई तो दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया। प्रतियोगिता प्रभारी डॉ. कुलदीप अग्रवाल ने बताया कि मटका रेस में कुल 13 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया — जिनमें 4 विदेशी और 9 देशी महिलाएं शामिल थीं। बांदरसिंदरी की आचुकी जाट ने पहला स्थान हासिल किया, दूसरे स्थान पर मोना और तीसरे स्थान पर फ्रांस की कंडितन रहीं।वहीं, म्यूजिकल चेयर रेस में 26 प्रतिभागियों (6 विदेशी और 20 देशी) ने देसी संगीत की धुनों पर कुर्सी के लिए दौड़ लगाई। इस प्रतियोगिता में मसूदा की अनीता कंवर ने पहला, पुष्कर की दीपा नवल ने दूसरा और अमेरिका की मेरी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को पर्यटन विभाग की ओर से सम्मानित किया गया।
इसी बीच, पुष्कर मेले में पहली बार कुश्ती का दंगल भी आयोजित हुआ जिसमें देशभर से 125 पहलवानों ने भाग लिया। राजस्थान राज्य कुश्ती संघ के संयोजक राजेंद्र सिंह बराड़ ने बताया कि संघ द्वारा “हर मेला, कुश्ती खेला” अभियान के तहत यह आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता में अजमेर और ब्यावर के नामी पहलवानों ने अपने दांव-पेंच दिखाए। पांच शीर्ष पहलवानों को “पुष्कर मेला केसरी”, “अभिमन्यु” और “पुष्कर कुमारी” जैसे खिताबों से सम्मानित किया जाएगा। बराड़ ने बताया कि राजस्थान के खिलाड़ी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। हाल ही में बहरीन में आयोजित यूथ एशियन गेम्स में राजस्थान की दो बेटियों ने मेडल जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष पुष्कर में “राजस्थान केसरी” प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी ताकि नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिले।
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