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November 4, 2025
अनिल वनवानी . उदयपुर। अहमदाबाद में चातुर्मास समाप्ति के बाद तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ राजस्थान आएंगे। आचार्य के कार्यक्रम को लेकर तमाम तैयारियां शुरू हो गई है। राजस्थान में आचार्य का प्रवेश मेवाड़ के रास्ते होगा। उनका 16 नवंबर को रतनपुर बॉर्डर पर राजस्थान प्रवेश पर भव्य स्वागत किया जाएगा। श्री मेवाड़ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि कॉन्फ्रेंस के प्रतिनिधि मंडल ने अहमदाबाद पहुंचकर आचार्य महाश्रमण का आशीर्वाद लिया। मंगल पाठ कर श्रवण कर आगामी एक माह के इस मेवाड़ यात्रा आयोजन को अंतिम रूप दिया गया। फत्तावत ने बताया कि 5 नवम्बर को प्रेक्षा विश्व भारती कोबा में आचार्य प्रवर के मंगल सानिध्य में मुख्य प्रवचन कार्यक्रम होगा। इसमें आचार्य महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति अहमदाबाद से औपचारिक रूप से दायित्व हस्तातंरण ग्रहण करेंगे। 6 नवम्बर सुबह मंगल विहार करते हुए गांधी नगर, 7 नवंबर को गुजरात के सिहोली, 8 नवम्बर को चन्द्रकला, 9 नवम्बर को प्रांतिज, 10 नवम्बर को सलाल, 11 नवम्बर को हिम्मतनगर, 12 नवम्बर को विरावड़ा, 13 नवम्बर को रामगढ़, 14 नवम्बर को नंदीसन रहेंगे। आचार्य 15 नवम्बर को गुजरात के शामलाजी होते हुए 16 नवम्बर को रतनपुर बॉर्डर राजस्थान सीमा में प्रवेश करेंगे। जहां सम्पूर्ण धवल वाहिनी का मेवाड़ी परम्परा से स्वागत अभिनंदन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 20 नवम्बर को ऋषभदेव में मेवाड़ स्तरीय स्वागत समारोह होगा। कॉन्फ्रेंस कार्यकारी अध्यक्ष भूपेन्द्र चोरडिया ने बताया कि इसमें सम्पूर्ण मेवाड़ के अलग-अलग क्षेत्रों से करीब 5 हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाएं शामिल होंगी। आचार्य महाश्रमण 25 और 26 नवम्बर को उदयपुर, 29 नवम्बर को नाथद्वारा, 30 नवम्बर को कांकरोली, 1 दिसम्बर को राजसमंद, 2 दिसंबर को केलवा, 5 दिसम्बर को दिवेर में प्रवास पर रहेंगे।
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