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September 11, 2025
राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर्स ने सरकार के खिलाफ शुरू किया क्रमिक अनशन
लेट्रल एंट्री का पुरजोर विरोध करते हुए सरकार की नीतियों के खिलाफ की नारेबाजी
गुरुवार को राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर्स की ओर से जेएलएन अस्पताल परिसर में क्रमिक अनशन शुरू किया गया। डॉक्टर्स ने क्रमिक अनशन के जरिए सरकार द्वारा थोपी जा रही लेट्रल एंट्री का पुरजोर विरोध कर सरकार की नीतियों के प्रति नारेबाजी करते हुए आक्रोश जाहिर किया। डॉक्टर्स ने चेतावनी दी कि अगर उनकी विभिन्न मांगों को पूरा नहीं किया गया तो पूरे प्रदेश भर में डॉक्टर्स उग्र आंदोलन पर उतर जाएंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी।
एसोसिएशन की सचिव डॉक्टर पूजा माथुर ने बताया कि लेट्रल एंट्री व्यवस्था शिक्षा और शोध की गुणवत्ता के लिए घातक सिद्ध होगी। बिना शिक्षक और शोध अनुभव वाले डॉक्टर को सीधे उच्च पदों पर नियुक्त करना न्यायसंगत नहीं है। इससे मेडिकल शिक्षा और पीजी प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पहले से ही सरकारी सेवा में कार्यरत डॉक्टर्स को जिलों और प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से हटाकर मेडिकल कॉलेज में लगाने से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं कमजोर होंगी साथ ही नए स्नातकोत्तर युवाओं के लिए अवसर समाप्त हो जाएंगे। डॉक्टर माथुर ने कहा राजस्थान की चिकित्सा शिक्षा और शोध की गुणवत्ता से कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। लेट्रल एंट्री न केवल फैकल्टी के साथ अन्याय है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियां के शिक्षा और जनता के स्वास्थ्य पर सीधा प्रहार है। जब तक सरकार मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाती धरना जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि सरकार को भेजी प्रमुख मांगों में शिक्षा में लेट्रल एंट्री को तत्काल समाप्त किया जाए। भर्ती केवल प्रवेश स्तर पर की जाए। भर्ती की एकमात्र एजेंसी राजस्थान लोक सेवा आयोग के माध्यम से हो। समय पर DACP लागू की जाए। नियमित और पारदर्शी भर्ती नीति बनाई जाए। स्नातकोत्तर डिग्रीधारी डेमोंस्ट्रेटरों को सहायक आचार्य पद पर पदोन्नति दी जाए। नियुक्ति समायोजन समिति को भंग किया जाए।जब तक सरकार इन मांगों पर निर्णय नहीं लेती धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
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