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September 5, 2025
आखिर किस मुंह से विधानसभा जाए डोटासरा, क्योंकि दलित नेता टीकाराम जूली को तो इन्होंने जूती समान बता दिया था। सदन में बार-बार अनुशासनहीनता करने वाले और स्वयं को लोकतांत्रिक प्रणाली से ऊपर समझने वाले गोविंद सिंह डोटासरा आखिर किस मुंह से विधानसभा जाएं, यह एक बड़ा प्रश्न है। पिछले सदन में आसन को चुनौती देने वाले डोटासरा ने यह कह दिया कि "माफी मांगे मेरी जूती" लेकिन बैकफुट पर आकर उन्होंने टीकाराम जूली से सदन में माफी मंगवा ली ?? इसका अर्थ तो यही हुआ कि डोटासरा दलित नेता टीकाराम जूली को जूती समान मानते हैं। डोटासरा की अनुशासनहीनता का इतिहास पुराना है, इन्हें तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल जी द्वारा भी निष्कासित किया जा चुका है। अनर्गल बयानबाजी करने वाले बड़बोले डोटासरा की दूसरे के कंधे पर बंदूक चलाने की आदत पुरानी है।
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