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July 3, 2025
राज्यपाल श्री हरीभाऊ बागडे ने किए श्री मुसा माता के दर्शन लिया आशिर्वाद
अजमेर, 03 जुलाई। राज्यपाल श्री हरीभाऊ बागडे ने गुरूवार को खातौली किशनगढ़ स्थित श्री मुसा माता धाम पर दर्शन कर आशिर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने यहां श्री मुसा माता चैरीटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित तृतीय वार्षिक महोत्सव समारोह को सम्बोधित भी किया।
खातौली किशनगढ़ में श्री मुसा माता चैरीटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित तृतीय वार्षिक महोत्सव में राज्यपाल श्री हरीभाऊ बागडे ने कहा कि देशभर के दरक माहेश्वरी परिवारों की आस्था के केन्द्र मुसा माता धाम का दर्शन लाभ मिला और आशिर्वाद प्राप्त किया। यह सौभाग्य की बात है। किसी भी शुभ कार्य में पहले कुलदेव को याद किया जाता है। इस प्रकार कुलदेवी का मंदिर बनवाने का पुण्य कार्य किया गया। मंदिर बनने से पूर्व मुसा माता का मंदिर सबके मन में था। माहेश्वरी समाज भारत के मूर्ति पूजक समाजों में से एक है। इस प्रकार के देव धर्म को मानने वाले हिन्दु कहलाते है। पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के अनुसार अलग-अलग फूलों को माला के रूप में गूंथने वाले धागे का नाम हिन्दु है।
उन्होंने कहा कि माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति शिव कृपा से हुई है। इसी कारण प्रतिवर्ष महेश जयंती मनाने की परम्परा है। इनका आध्यात्मिक झुकाव देव धर्म की ओर है। इनमें प्रेम और सद्धभावना भरी है। परमात्मा सर्वोच्च शक्ति है। मन हमें आध्यात्मिक और भौतिक दोनों प्रकार के आदेश देता है। व्यक्ति अपने झुकाव के अनुसार इनमें से एक का चुनाव करता है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान शूरवीरों का प्रदेश है। देश पर आक्रांता लूट के लिए नहीं आए थे। उनका उद्देश्य देवधर्म संस्कृति को नष्ट करने का था। इसके लिए हजारों वर्षों तक प्रयास किए। आमजन की श्रद्धा को कम करने के लिए देव मंदिर तोडे गए। विश्व की कई संस्कृतियां इस कारण नष्ट हुई। भारत की सनातन संस्कृति अब भी विद्यमान है। धर्म परिवर्तन के लिए भी विवश किया गया।
उन्होंने कहा कि लॉर्ड मेकाले ने इंगलैण्ड में कहा कि भारत में कोई भी चोर और भिखारी नहीं मिला। भारत को अधिक समय तक गुलाम रखने के लिए भारतीयों की प्रखर नैतिकता नष्ट करनी होगी। इसलिए शिक्षा पद्धति बदलने का विचार रखा। अपने पूर्वजों और संस्कृति से दूर ले जाने वाली उस शिक्षा पद्धति के स्थान पर केन्द्र सरकार ने भारतीय मूल्यों वाली नई शिक्षा पद्धति लागू की है।
श्री मूसा माता चैरीटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री काशीनाथ दरक तथा सचिव श्री रमेश दरक ने ट्रस्ट तथा मंदिर की गतिविधियों के बारे में अपनी बात रखी। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त श्री शक्ति सिंह राठौड़, पुलिस महानिरीक्षक श्री ओमप्रकाश, जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु एवं पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा, ट्रस्ट के श्री वल्लभ दरक, श्री रोहित दरक, श्री किशन प्रसाद दरक एवं श्री श्याम सुन्दर दरक सहित जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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