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June 25, 2025
अजमेर नगर निगम द्वारा आना सागर नई चौपाटी रीजनल कॉलेज चौराहा के बाहर लगभग एक दशक से लगे ठेले, रेहडी और फूड वैन को हटाने से नाराज वेंडर्स ने ली अदालत की शरण,
नगर निगम द्वारा कल तक लिया जा रहा था स्थाई शुल्क, बावजूद इसके आज की गई दमनात्मक कार्रवाई, हटाए गए सभी ठेले, रेहडी और फूड वैन
अजमेर की आनासागर नई चौपाटी रीजनल कॉलेज चौराहे के सामने लगभग 8-10 साल से ठेले, रेहडी और फूड वैन लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले वंडर्स पर आज नगर निगम ने दमनात्मक कार्यवाही करते हुए उनके ठेले फूड वैन और रेहडी को हटा दिया। इस कार्रवाई से नाराज वेंडर्स ने नगर निगम अधिकारियों की काफी मिन्नतें की लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया और नगर निगम के खिलाफ वाद दायर किया ।
इस मामले में स्ट्रीट वेंडर्स का कहना है कि नगर निगम कल तक स्थाई शुल्क की रसीद काट रहा था और आज अचानक वेंडर जोन घोषित क्षेत्र से उनके ठेले रेहडी और फूड वैन को जबरन हटा दिया गया।
जिससे उनकी रोजी-रोटी छिन गई है, लगभग 50 परिवारों के हाथ से रोजगार छीन लिया गया है। जिससे लगभग हजार लोग प्रभावित होंगे। कैसे अपना घर घर चला पाएंगे, कैसे बच्चों को पाल पाएंगे। जबकि नगर निगम की सभी शर्तों के मुताबिक यहां वे सालों से व्यापार करते आ रहे हैं। आज अचानक हिटलर शाही आदेश के तहत निगम के कर्मचारियों ने जबरन धक्का मुक्की करते हुए कार्रवाई की है जिससे वेंडर्स में आक्रोश है।
वही एडवोकेट विवेक पाराशर ने कहा कि सरकार एक तरफ रोजगार देने की बातें करती है। वहीं बरसों से रोजी-रोटी कमा रहे लोगों से रोजगार छिना जा रहा है। जब सभी वेंडर से नगर निगम शुल्क वसूल कर रहा है और उसकी रसीद भी दे रहा है तो फिर उन्हें हटाने का आदेश किसने दिया। इस मामले में माननीय न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है जल्दी न्यायालय का फैसला आएगा। वेंडर्स को न्याय मिलना चाहिए।
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