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June 17, 2025
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस ने आगामी पंचायतीराज और शहरी निकाय चुनावों में युवाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने की दिशा में बड़ा निर्णय लिया है। पार्टी अब 50 प्रतिशत टिकट 50 साल से कम उम्र के युवाओं को देगी। यह फैसला कांग्रेस के उदयपुर घोषणा पत्र (2022) में किए गए संकल्प के अनुरूप लिया गया है, जिसे अब राजस्थान में स्थानीय निकाय चुनावों से लागू किया जा रहा है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को कहा कि पार्टी संगठन को मजबूत करने और युवा नेतृत्व को उभारने के लिए यह रणनीतिक निर्णय लिया गया है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि अब टिकटों का वितरण केवल प्रदेश स्तरीय नेताओं की राय पर नहीं, बल्कि जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष के फीडबैक के आधार पर होगा। इससे ग्रासरूट स्तर पर सक्रिय और जिताऊ कार्यकर्ताओं को मौका मिलेगा, जिससे पार्टी को सीधा लाभ मिलेगा।
पार्टी अब पार्षद, चेयरमैन, सभापति, मेयर, जिला प्रमुख, प्रधान जैसे पदों पर भी अधिक से अधिक युवाओं को मौका देगी। सरपंच और वार्ड पंच भले ही राजनीतिक दलों के सिंबल पर नहीं लड़ते हों, लेकिन अन्य सभी चुनावों में यह निर्णय लागू होगा।
डोटासरा ने यह भी कहा कि टिकट वितरण में महिलाओं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि यह निर्णय न केवल युवाओं का मनोबल बढ़ाएगा बल्कि संगठन को भी ऊर्जावान बनाएगा।
वन स्टेट-वन इलेक्शन मॉडल के तहत राज्य सरकार ने सभी निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने की योजना बनाई है। वर्तमान में लगभग 7000 पंचायतों और शहरी निकायों में प्रशासक नियुक्त हैं। सरकार इस साल के अंत तक निकाय चुनाव और अगले साल तक पंचायत चुनाव कराने की तैयारी में है। इस देरी को लेकर एक याचिका राजस्थान हाईकोर्ट में लंबित है।
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