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June 6, 2025
उदयपुर। रक्तदान महादान है। लेकिन कोई निस्वार्थ भाव से अनजान लोगों के लिए भी रक्तदान करने आगे आता है तो उसके लिए इज्जत और बढ़ जाती है। ऐसा ही वाकया उदयपुर के गीतांजलि हॉस्पिटल में देखने को मिला। जहां जालौर निवासी एक महिला को रक्त की जरूरत थी। उसके साथ रक्तदान करने में कोई सक्षम परिजन नहीं थे। अब अनजान शहर में रक्त की व्यवस्था करना उनके लिए मुश्किल हो गया। ऐसे में जालौर के रक्तसेवको के माध्यम से शहर में रक्तदान के लिए दिन रात निःस्वार्थ भाव से कार्य करने वाली संस्था रक्तदाता युवा वाहिनी के सदस्यों से सम्पर्क किया गया। संस्था ने फोन आते ही तुरन्त रक्तसेवको से रक्तदान के लिए अपील की। इस अपील को देखते ही शहर से 60 किलोमीटर दूर सनवाड़ से जुड़े रक्तसेवक नरेंद्र आचार्य 1 घंटे में पहुंचे और रक्तदान किया। नरेंद्र आचार्य के अलावा उस महिला के लिए रक्तदान करने प्रीति बाबेल, अशोक सिंह देवड़ा, विजय यादव, प्रकाश जांगिड़, विजय सिंह चूंडावत के साथ ही दरबार सिंह चौहान ने भी तुरन्त पहुंच कर रक्तदान किया।
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