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July 10, 2025
अजमेर शहर कागजों में स्मार्ट सिटी कहलाता है हकीकत में किसी गांव कस्बे से बदतर हालत इस शहर में देखने को मिल रहे हैं। जहां भी सीवरेज का कार्य हुआ है वहां के लोग पहले ही कछुआ चाल से परेशान है। संबंधित विभाग द्वारा लीपा पोती कर आनन फानन में सड़क निर्माण कर पल्ला झाड़ लिया जाता है और बाद में होती है दुर्घटनाएं ।
ऐसा ही एक वाक्य आज तोपदड़ा स्कूल के पीछे सिंधी तोपदड़ा इलाके में देखने को मिला जब गुरुवार सुबह एक पानी का टैंकर पानी की सप्लाई करने गली से गुजरा तो सड़क ही धंस गई और उसमें ट्रैक्टर का टैंकर पूरी तरह से एक साइड से समा गया।
गनीमत रही कि सुबह का वक्त था लिहाजा आवाजाही कम थी अन्यथा कोई जनहानि भी हो सकती थी। मौके पर सूचना पाकर सिविल डिफेंस की टीम पहुंच गई और क्रेन मंगाकर ट्रैक्टर को वहां से हटाया गया।शहर में गुणवत्ता विहीन सामग्री के साथ निर्माण की बातें लगातार सामने आ रही है लेकिन जनप्रतिनिधि प्रशासन मूकबधिर बनाकर सिर्फ तमाशा देख रहा है।
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