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April 7, 2025
पुष्कर से रामदेवरा तक अनोखी यात्रा, संत ताराचंद पेट के बल चलकर 80 दिन में करेंगे 257 किमी की यात्रा, नशामुक्ति का संकल्प
राजस्थान के पुष्कर में बाबा रामदेव के प्रति भक्ति का एक अनूठा उदाहरण देखने को मिला। निंबेड़ी आश्रम के संत ताराचंद ने पुष्कर से रुणिचा तक 257 किलोमीटर की यात्रा पेट के बल चलकर करने का संकल्प लिया है।
अखिल भारतीय मेघवंशी समाज महासभा के संयोजक जीवन राम मेघवाल ने जानकारी दी। यात्रा पुष्कर के मेघवंश समाज रामदेव मंदिर से शुरू होकर रुणिचा रामदेव मंदिर पर समाप्त होगी। संत ताराचंद इस भीषण गर्मी में पूरा रास्ता पेट के बल ही तय करेंगे।
यात्रा लगभग 75 से 80 दिनों तक चलेगी। संत ताराचंद प्रतिदिन 6 से 8 घंटे यात्रा करेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश में अमन-चैन, शांति और भाईचारा स्थापित करना है। साथ ही गौ रक्षा और नशामुक्त भारत के लिए जागरूकता फैलाना है।
इससे पहले भी संत ताराचंद नारियल लेकर पुष्कर से रुणिचा तक दंडवत यात्रा कर चुके हैं। सोमवार शाम को बड़ी बस्ती स्थित मेघवंश समाज के रामदेव मंदिर पर श्रद्धालु एकत्र हुए। समाज बंधुओं ने माला पहनाकर संत की यात्रा का शुभारंभ किया।
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