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August 5, 2024
हरियाली अमावस्या पर उमड़ा आस्था का सैलाब,कावड़ियो ने राजगढ़ भैरव धाम पर लगाई धोक
अजमेर जिले के सुप्रसिद्ध सर्वधर्म धार्मिक स्थल श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर रविवार को श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ पड़ी। हरियाली अमावस्या व रविवारीय मेले के अदभुद संगम पर धाम के उपासक चम्पालाल महाराज ने सर्वप्रथम मंदिर परिसर में बाबा भैरव व माँ कालिका के साथ चक्की वाले बाबा तथा सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की पूजा अर्चना की। धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि हरियाली अमावस्या व रविवारीय मेला अपने आप में ऐसा संजोग है जो कि कई सालों में देखने को मिलता है । रविवार को बान्दनवाड़ा के निकटवृति ग्राम सतावड़िया व ब्यावर के निकट सरमालिया ग्राम के कावड़िया जत्थे ने भैरव धाम पर पहुँच कर बाबा भैरव ,माँ कालिका के दर्शन कर धोक लगाई व चम्पालाल महाराजसे आशिर्वाद लिया एवं सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा करते हुए चमत्कारी चिमटी प्राप्त की। वही धाम पर कावड़ियो के जत्थे को चम्पालाल महाराज ने अपने कर कमलो से चाय का प्रसाद वितरण किया। हरियाली अमावस्या के चलते धाम पर लगभग 25 हजार श्रद्धालुओ ने दर्शन कर सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा करते हुए चमत्कारी चिमटी प्राप्त की। चम्पालाल महाराज न सभी श्रद्धालुओ को नशे का त्याग करने व अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का आवाहन किया।
धार्मिक व पवित्र आस्था का पर्व हरियाली अमावस्या के अवसर पर राजगढ़ धाम पर हुई कल्पवृक्ष जोड़े की पूजा
चक्की वाले बाबा के मंदिर पर स्थित कल्पवृक्ष के जोड़े राजा और रानी की हरियाली अमावस्या के शुभ अवसर पर चम्पालाल महाराज ने सपरिवार मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा अर्चना की। पूजाके दौरान महाराज द्वारा राजा रानी को वस्त्र धारण करा कर रक्षा सूत्र बांधा व प्रसाद का भोग लगाया जिसके बाद राजा रानी की आरती की गई। पूजा के बाद सभी ने कल्पवृक्ष जोड़े की परिक्रमा कर सुखद जीवन की कामना की। महिलाओं ने कल्पवृक्ष के जोड़े पर रक्षा सूत्र बांधकर परिवार की खुशियों के लिए आशीर्वाद मांगा। श्रद्धालुओं व ग्रामीणों ने इस धार्मिक व पवित्र आस्था के पर्व हरियाली अमावस को उत्साह व श्रद्धाभाव से मनाया। रविवारीय मेले के दिन भी हजारों श्रद्धालु इस कल्पवृक्ष जोड़े की परिक्रमा कर मनोकामना मांगते रहे। इस दिन वृक्षारोपण का विशेष महत्व है, जिसको देखते हुए राजगढ़ धाम पर हरियालो राजस्थान के तहत धाम परिसर के आसपास के स्थानों पर लगातार वृक्षारोपण किया जा रहा है। महाराज ने धाम पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह अपने-अपने स्थानों पर कम से कम पांच वृक्ष जरूर लगाएं। धाम पर व्यवस्थापक ओमप्रकाश सेन, अविनाश सेन, राहुल सेन, रमेश सेन, कैलाश चन्द, तारा चन्द ,कपिल,सेन, सागर सेन, मुकेश सेन, यश, मिलन, युवराज, वैभव, भव्य, मिताली, वंशिका, बुलबुल, विष्णुकान्ता, पुष्पा, ड़िम्पल, खुशबू, रेखा, मनीष, दीपक, प्रकाश रांका, कन्हैयालाल, देवानन्द, शंकर नाथ, राजकुमार, अमिताभ, ओमप्रकाश, नवलकिशोर, पुनित, सुरेश, धर्मेन्द्र, कैलाश सेन, विष्णु सेन, बी.एल.गोदारा, राजू चावड़ा, उज्जवल राठौड़, कमलेश सुनारीवाल, पदम जैन आदि का योगदान महत्वपूर्ण रहा।
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