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August 10, 2022
2 साल बाद गुरुवार को भाई-बहन के प्रेम और प्यार का पर्व रक्षाबंधन शहर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसे लेकर लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। बुधवार को बाजारों में रक्षा सूत्र और उपहार खरीदने के साथ मिठाई घेवर और फलों की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गई। अजमेर के हृदय स्थल मदार गेट पर खरीददारों की भारी भीड़ के चलते रास्ते जाम होते रहे, तो वही दुकानों पर भीड़ की वजह से यातायात भी बाधित होता रहा। बाजारों में खरीददारी करने पहुंचे लोगों ने बताया कि पिछले 2 साल से कोरोना की वजह से कोई भी पर्व त्यौहार नहीं मनाया जा सके थे लेकिन इस बार सभी पर्व त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाये जा रहे हैं। इस बार सावन मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर गुरुवार को रक्षाबंधन का पर्व भी हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। जिसके लिए भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधने के लिए राखियां खरीदने पहुंचे तो वही बहनों के लिए भाई उपहार खरीद रहे हैं। इस बार महंगाई की मार बाजार में साफ देखी जा रही है जहां राखियों में 20 से 25% का उछाल देखा जा रहा है तो वही मिठाई और घेवरों में भी महंगाई की मार साफ नजर आ रही है। दुकानदारों ने बताया कि गैस, पेट्रोल, डीजल और खाद्य वस्तुओं के दामों में हुई बेतहाशा वृद्धि का नतीजा है कि इस बार मिठाई और घेवर के दाम भी 20 से 30% ज्यादा है। लेकिन खरीददारों में उत्साह है पर्व मनाने का। लिहाज़ा जमकर खरीददारी हो रही है। घेवर विक्रेता ने बताया कि इस बार देसी घी के कटोरी वाले घेवर ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं, बहुत से लोग रबड़ी वाले घेवर की खरीददारी भी कर रहे हैं। 11 अगस्त शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाये जाने वाले रक्षा बंधन पर्व को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां भी है क्योंकि भद्राकाल को लेकर रक्षाबंधन पर्व को मनाने को लेकर संशय पैदा हो रहा है। इस पर ज्योतिष अनुसंधानकर्ता डॉ राकेश गोयल के मुताबिक भद्रा रात को प्रारंभ होकर दिन में समाप्त होती है तो भद्रा काल में रक्षाबंधन का पर्व मनाना निषेध माना जाता है। लेकिन भद्रा दिन में 10:38 से प्रारंभ होकर रात 8:52 तक है। ऐसे में भद्रा पाताल लोक की भद्रा कहलाती है जिसमें शुभ कार्य वर्जित नहीं होते।
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