Post Views 51
June 26, 2022
भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सकल हिंदू समाज के बैनर तले रविवार सुबह मार्टिंडल ब्रिज स्थित परशुराम मंदिर से विशाल हिंदू सनातनी शांति मार्च निकाल कर हिंदू देवी देवताओं व हिंदू धर्म के विरुद्ध धर्म विशेष के लोगों द्वारा की जा रही अपमान जनक टिप्पणी का विरोध करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
सकल हिंदू समाज व अन्य हिंदू संगठनों के आह्वान पर हिंदू संस्कृति के सम्मान के तहत रविवार सुबह 9:00 बजे परशुराम मंदिर से संत महात्माओं और हिंदू समाज के वरिष्ठ संगठन पदाधिकारियों की अगुवाई में विशाल तिरंगे के साथ शांति मार्च शुरू हुआ। इसके लिए संगठनों द्वारा अलग-अलग वाहिनीयाँ बनाई गई। इस शांति मार्च में एक विशाल तिरंगा महिलाओं ने थामें रखा तो दूसरा विशाल तिरंगा पुरुषों के हाथों में रहा।
इसके अलावा शांति मार्च में शामिल हर युवा के हाथ में तिरंगा नजर आ रहा था।
जैसे ही जुलूस मार्टिंडल ब्रिज से प्रारंभ हुआ आगे आगे घुड़सवार पुलिस का दस्ता, इसके पीछे पुलिस की जीप, फिर आला पुलिस अधिकारी पैदल मार्च करते हुए साथ साथ चले तो वही जुलूस के आगे पीछे और साथ-साथ आर ए सी की बटालियन, महिला पुरुष पुलिस जवान मोर्चा संभाले रहे।
शांति मार्च के आगे पीछे और बीच में जिला कलेक्टर द्वारा नियुक्त किए गए मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहे। पूरे शांति मार्च की जिला प्रशासन द्वारा वीडियोग्राफी कराई गई और ड्रोन से निगरानी भी रखी गई।
लगभग 30 से 40000 लोगों की उपस्थिति के बीच परशुराम मंदिर से शुरू हुआ शांति मार्च बाटा तिराहा, केसरगंज गोल चक्कर, पड़ाव, कवंडसपुरा, मदार गेट चौराहा, गांधी भवन, कचहरी रोड से होता हुआ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचा।
शांति मार्च के पूरे रास्ते में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर ठंडे पेय जल, शरबत और मिल्क रोज का वितरण किया।
शांति मार्च की अगुवाई में साधु संत मौजूद रहे, जिनमें साध्वी अनादि सरस्वती, मंहत श्यामसुंदर शरण देवाचार्य, महंत सतनारायण, महंत स्वरूप दास उदासीन, महंत अर्जुन दास, महंत गौतम साईं सहित बड़ी संख्या में मातृशक्ति व युवा मौजूद रहे।
कहने को तो सकल हिंदू समाज द्वारा इसे शांति मार्च का नाम दिया गया लेकिन पूरे रास्ते हिंदू युवा वंदे मातरम और जय श्रीराम के नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां पहले से ही नियुक्त एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघचालक सुनील दत्त जैन व साधु संतों की अगुवाई में जिला कलेक्टर को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर हिंदू देवी देवताओं व हिंदू धर्म के खिलाफ अमर्यादित व अपमानजनक बयान बाजी और टिप्पणी करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
जिस समय सकल हिंदू समाज का प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर को ज्ञापन दे रहा था वही कलेक्ट्रेट के बाहर मौजूद हजारों की संख्या में शांति मार्च में शामिल लोग व युवा हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे।
इस दौरान जिला कलेक्ट्रेट के बाहर भी बड़ी संख्या में बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी और किसी को भी जिला कलेक्ट्रेट में प्रवेश नहीं करने दिया।
शांति मार्च में अखिल राजस्थान परशुराम महासंघ, राजस्थान ब्राह्मण महासभा, समस्त ब्राह्मण दायमा दाधीच समाज, ज्योतिबा फूले माली सैनी समाज, संपूर्ण सिंधी समाज, संपूर्ण यादव समाज, जाटव यादव समाज, अजमेर शहर वाल्मीकि समाज, श्याम प्रेमी बंधु, जैन समाज, अग्रवाल समाज, मारवाड़ी अरोड़ा पंचायत समिति, प्रगतिशील राजपूत सभा, कोली समाज, धोबी विकास सेवा समिति, रेगर समाज, दायमा ब्राह्मण पंचायत, माहेश्वरी समाज, अग्रवाल समाज, विजयवर्गीय समाज, खंडेलवाल वैश्य समाज, दिगंबर जैन समाज, श्वेतांबर जैन समाज सहित सकल हिंदू समाज के हजारों लोग शामिल हुए।
नरसिंह मंदिर होलीधड़ा के महंत श्यामसुंदर शरण देवाचार्य, साध्वी अनादि सरस्वती, पंडित सुदामा शर्मा, विधायक वासुदेव देवनानी, विधायक अनिता भदेल, समाजसेवी हरीश गिद्वानी आदि ने शांति मार्च के प्रति अपने उद्गार व्यक्त करते हुए बताया।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved