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June 17, 2022
सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के 1310वें बलिदान दिवस के अवसर पर सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक पर देशभक्ति आधारित कार्यक्रम के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में बलिदान हुये रूपलो कोल्ही की मुर्ति का अनावरण किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुये पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत ने कार्यक्रम व रूपलो कोल्ही का परिचय देते हुये कहा कि तीनों शहीदों की मूर्ति एक साथ स्थापित होने से सिंध व हिंद में कहीं भी ऐसा स्मारक नहीं है। यहां आकर सभी के मन में देशभक्ति का भाव जागृत होता हैं और बिना सिंध के हिंद अधूरा है। ऐसे ही महापुरुषों में महाराजा दाहरसेन के बिना इतिहास की चर्चा अधूरी हैं।
कार्यक्रम में महापौर, नगर निगम बृजलता हाडा, उपमहापौर नीरज जैन, विधायक श्रीमति अनीता भदेल व श्री वासुदेव देवनानी,भाजपा शहर अध्यक्ष डॉ प्रियशील हाडा,
कोली समाज के अध्यक्ष लेखराज एमडीएस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला, ने भी विचार प्रकट करते हुये कहा कि युवा पीढ़ी को महाराजा दाहरसेन, सम्राट पृथ्वीराज चौहान व स्वतंत्रता संग्राम के महापुरुषों के जीवन व किताबों का हिस्सा अवश्य बने और हम प्रयास करेगें कि विश्वविद्यालय में इन गौरव के विषय रहे महापुरुषों पर शोध हो। उन्होंने कहा कि पत्थर पर लिखा हुआ इतिहास कभी मिट नहीं सकता।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्मारक स्थित हिंगलाज माता पूजन, जगद्गुरू श्रीचन्द्र भगवान की पूजन व सभी महापुरूषों की मूर्तियों पर माल्यापर्ण कर किया गया।
महाराजा दाहरसेन की मूर्ति पर श्रृद्धासुमन अर्पित करते हुये सिन्ध के मानचित्र पर रक्षा सूत्र भी बांधे गये।
कार्यक्रम में ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास जी,
व महंत श्री योगी गोवर्धननाथ जी, श्री सोमनाथ महादेव धाम श्रीनाथ की बगीची के आर्शीवचन प्राप्त हुये। इस दौरान स्वतंत्रता सेनानी शोभाराम गहरवार का भी सम्मान किया गया।
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