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April 4, 2021
‼कोरोना अब आपको भी ललित भाटी और दशौरा जी की तरह मारने के मूड़ में‼
लातों के भूत बातों से नहीं मानते, मास्क लगवाने के लिए अब एस पी साहब को डंडों का प्रयोग करना ज़रूरी_
वैक्सीन से मर्दानगी पर कोई असर नहीं,दारू बाज़ वैक्सीन लगाने से न करें गुरेज़_
मास्क या ऑक्सीजन मास्क ! स्वयं चयन करें_
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
बाढ़ की संभावनाएं सामने हैं और पुलिया पर हमारे घर बने हैं। तबाही ने वही दौर दिखाना शुरू कर दिया है जो मैंने 3 महीने पहले लिख दिया था।कोरोना बताए गए अंदाज़ में ग़ुस्सा कर रहा है। यह कहकर मैं किसी भी तरह अपनी पीठ नहीं थपथपा रहा, बल्कि मेरा कहने का मक़सद सिर्फ़ यह है कि कोरोना के आतंक की पहले से जानकारी देने के बावजूद जनता नहीं सुधरी ।
अजमेर ज़िले में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं ।अभी तो अप्रैल शुरू हुआ है ।जून तक पहुंचते-पहुंचते आंकड़े दम घोटू हो जाएंगे। हमारा जनजीवन अस्त व्यस्त ही नहीं बर्बादी के मुकाम पर आ खड़ा होगा।
कोरोना ने पिछला साल जिस तरह बर्बाद किया उसी तरह यह साल भी बर्बाद होने जा रहा है। लॉकडाउन भले ही इस बार सरकार न लगाए, मगर हालात इतने बुरे हो जाएंगे कि लॉकडाउन नहीं लगाए जाने के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्थाएं ,उद्योग, व्यापार और दैनिक जीवन नर्क बन जाएगा।
हाँ, मैं अपना यह ब्लॉग आप लोगों को डराने के लिए ही लिख रहा हूँ।बिना डराए क्योंकि आप मानने वाले लग नहीं रहे ।
ताज्जुब की बात यह है कि जान आपकी है ।इसकी चिंता आपको होनी चाहिए और आप अपनी जान जोख़िम में डालने पर आमादा हैं । मैं आपकी जान बचाने में दुबला हुए जा रहा हूँ।सरकार आपकी जान बचाने के लिए आए रोज़ नए -नए फ़ैसले ले रही है ।कभी धारा 144 लगाई जा रही है। कभी नाइट कर्फ्यू लगाया जा रहा है। कभी त्योहारों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। कभी स्थानीय मेलों पर रोक लगा रही है। होली को रंगहीन बनाने के पीछे भी सरकार की मंशा आपके जीवन को बचाने की ही रही।
आपसे कहा जा रहा है कि घर से बाहर ना निकलें।ज़रूरी हो तो ही निकलें मगर आप की अनावश्यक रूप से हांडने की जन्मजात आदत अभी गई नहीं है। बाज़ारों की भीड़ बता रही है कि आपके जिस्म में बाहुबली बनने का कीड़ा अभी भी कुल बुलाए बगैर मानता नहीं। इधर उधर भटकने की आदत आपको खतरनाक हालातों में पहुंचाने वाली है।
मैं देख रहा हूं कि 80% लोग अभी भी मास्क लगाने में रुचि नहीं ले रहे ।उनकी यही आदत उन्हें वेंटिलेशन पर मास्क लगाने पर मजबूर कर देगी। अभी आप बार-बार साबुन से हाथ नहीं धो रहे हैं मगर जल्द ही आप एक बार में अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे। अभी भाप लेने में आपको मौत आती है फिर आपकी सांसे ही भाप बन कर उड़ जाएंगी। पता नहीं आप अपनी जान के इतने बड़े दुश्मन क्यों बने हुए हैं
जिला प्रशासन शहर को स्मार्ट बनाए जाने में व्यस्त हैं और आप इसका पूरा फायदा उठा रहे हैं। बस स्टैंड ,रेलवे स्टेशन ,कोर्ट -कचहरी, कलेक्ट्रेट में भीड़ उमड़ रही है। लोग बेखौफ होकर गले लग रहे हैं। हाथ मिला रहे हैं। पार्टियों का दौर जारी है। पिकनिक मनाई जा रही हैं।मंदिर मस्जिद और दरगाह में "भीड़ -तंत्र" पूरी तरह सर उठा रहा है ।ऐसे में कोरोना की रफ्तार बढ़ना स्वाभाविक है ।
आप भूल रहे हैं अपने लोकप्रिय नेता ललित भाटी को ,भाजपा नेता पूर्ण शंकर जी दशौरा जी को ! अपने और भी कई साथियों को, जिन्हें कोरोना ने अपने शिकंजे में जकड़ कर मार डाला। उसका अगला निशाना आप हो सकते हैं।
पुलिस कप्तान जगदीश चंद शर्मा कोरोना की जंग में आपके साथ हैं ।मास्क लगाने की आदत डालने के लिए उन्होंने पुलिस विभाग को सख़्ती के आदेश दिए हैं । मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें इसके लिए पुलिस कई बार अतिरिक्त सख़्त भी हो रही है। यह तो गनीमत है कि मास्क न लगाने वालों के साथ अभी भी वह व्यवहार नहीं किया जा रहा जो अन्य जिलों या राज्यों में किया जा रहा है।
अजमेर की जनता अभी भी मोटी खाल की बनी हुई है ।मेरा तो ज़िला पुलिस कप्तान जगदीश चंद शर्मा से आग्रह है कि मोटी खाल वाले इन लोगों को बिना मास्क देखते ही डंडे मारे जाने के निर्देश जारी कर दे। मार के आगे भूत भागे ।भय बिन होए न प्रीत । लातों के भूत बातों से नहीं मानते। ज्यादा नहीं एक दो बार बाज़ारों में डंडों की बारिश वाले वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल होंगे लोग मास्क लगाकर निकलने की आदत डाल लेंगे।
ज़िले में वैक्सिंन लगाए जाने की गति यद्वपि अन्य जिलों से अच्छी है मगर अभी भी अफ़वाहों से इस गति में तेज़ी नहीं आ पा रही। लोग तरह-तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। वैक्सीन के साइड और आफ्टर इफेक्ट्स की बातें कर रहे हैं।
मुझसे गांव के ही नहीं शहरों के लोग भी अजीब अजीब सवाल पूछते हैं ।मेरे एक मित्र ने पूछा कि वैक्सीन लगवाने से मेरी मर्दांगी तो कम नहीं होगी। उनका आशय वही था जो आप समझ रहे हैं ।मैंने उन्हें बताया कि वैक्सीन नहीं लगवाया तो तुम्हारी मर्दांगी कपड़ों में ही धरी रह जाएगी। फेंफड़े इतने कमज़ोर हो जाएंगे कि बिस्तर से उठने बैठने में भी दिक्कत आएगी ।क्या करोगे तब अपनी मर्दानगी का
एक बंदे ने पूछा कि वैक्सिंन लगवाने के बाद दारू तो बंद नहीं करनी पड़ेगी
अजमेर में यह सवाल इन दिनों काफी प्रचलन में है। हर दारूबाज़ बस इसी सवाल का उत्तर जानना चाहता है ।मैं शहर के दारू बाज़ों को बता देना चाहता हूँ कि वैक्सीन लगाए बिना भी दारू नुकसान ही करती है ।जितना नुकसान बिना वैक्सीन के करती है उतना ही वैक्सीन लगाने के बाद भी करेगी। बेहतर है वैक्सीन लगवा लो ताकि नुकसान की थोड़ी-बहुत भरपाई हो सके।
ऐसे लोग जिन्हें शराब का शौक है वेक़सीन लगाने के बाद शराब ना पिए तो बेहतर होगा। जिन्हें शराब पीने की आदत है वे भले ही शराब से गुरेज़ न करें मगर ज़रूरी होने पर ही पिएं मगर जिनको शराब पीने की लत है यानि जो फुल थ्रू पेवड़े हैं ,वैक्सीन लगाने के बाद भी शराब पीते रहे तो वैक्सीन उन्हें मना नहीं करेगी।
दोस्तों ! वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों से बचें! इसका कोई साइड या आफ्टर इफेक्ट नहीं होता ! यह केवल आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है! निश्चित रूप से वेक़सीन लगाने के बाद आपकी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ेगी ।...मगर यदि आप सोचते हैं कि वैक्सिंन से आप की मर्दानगी वाली क्षमता भी बढ़ जाएगी तो आप इस गलतफहमी में ना रहें। इसके लिए अन्य आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग करें। शिलाजीत का सेवन करें।च्यवनप्राश खाएं। इलायची बाई का आशीर्वाद ज़रूर लें।
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