Post Views 921
December 10, 2020
ब्रिटेन ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत कर दी है। यहां सबसे पहले चिकित्साकर्मियों और 80 साल के बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई जा रही है। फाइजर-बायोएनटेक के इस टीके को लेकर अमेरिका के मुख्य महामारी विशेषज्ञ ने सवाल जरूर खड़े किए थे, लेकिन ब्रिटेन के नियामकों ने इसके इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है।
ब्रिटेन के दवा नियामक का कहना है कि उन्होंने फाइजर बायोएनटेक की वैक्सीन को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरती है। उसकी गुणवत्ता प्रभाव और उत्पादन प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा है। हालांकि अमेरिका के महामारी विशेषज्ञ डॉ एंथनी एस फॉसी ने कहा था कि ब्रिटेन ने वैक्सीन का सावधानीपूर्वक परीक्षण नहीं किया है। लेकिन बाद में अपनी बात से पलटते हुए उन्होंने कहा ब्रिटेन इनके नियामक और वैज्ञानिक तरीकों पर पूरा भरोसा है।
यह टीका सबसे पहले चिकित्साकर्मियों, 80 साल और उससे ज्यादा उम्र वाले निश्चित लोगों को दिया जाएगा।
जीवन सामान्य तभी होगा जब समाज में व्यापक स्तर पर कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच तैयार हो जाएगा। हर देश में शुरुआती महीनों में चंद लोगों को ही वैक्सीन लग पाएगी। 2021 के आखिरी महीनों में ही जीवन सामान्य होने की उम्मीद लगाई जा सकती है।
लेकिन हमेशा मास्क नहीं लगाना पड़ेगा। दरअसल, फिलहाल खत्म हुए क्लीनिकल ट्रायल ओं में यह तो साफ हो गया है कि टीका लगने के बाद लोग कोरोना से बीमार नहीं पड़ते। लेकिन यह तथ्य सामने नहीं आया है कि वैक्सीन लेने के बाद भी लोग संक्रमण फैला सकते हैं या नहीं। लिहाजा इसके लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved