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October 30, 2020
नीस शहर के एक चर्च में गुरुवार को तीन लोगों की हत्या करने वाला आतंकी मूल रूप से ट्यूनीशिया का नागरिक था। वो इटली से फ्रांस पहुंचा था। आरोपी की उम्र करीब 20 साल है। हमलावर ने जब महिला का गला काटा उस वक्त वो अल्लाहू अकबर चिल्ला रहा था। उसका जन्म 1999 में हुआ था और यूरोप सितंबर महीने में आया था। अधिकारियों के मुताबिक, यह शख्स भूमध्य सागर के आइलैंड लैंपेडूसा से चलकर इटली पहुंचा था। अफ्रीका से आने वाले प्रवासियों के लिए यही मुख्य लैंडिंग प्वाइंट है। फ्रांस के एंटी टेरर डिपार्टमेंट ने यह जानकारी दी। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस मुश्किल घड़ी में अमेरिका फ्रांस के साथ खड़ा है। यूरोपीय यूनियन ने भी कहा है कि इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जा सकते। साथ ही ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने फ्रांस के नीस शहर में चाकू से किए गए हमले की निंदा की है और फ्रांस के लोगों को अपना समर्थन दिया है। वही ट्विटर ने मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के उन ट्वीट्स को हटा दिया है जिनमें फ्रांस में गैर मुस्लिमों को मारने की बात कही गई थी। फ्रांस ने मोहम्मद का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करने की मांग की है। इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने कहा- हम किसी भी हालत में हिंसा का समर्थन नहीं करते। इससे पहले गुरुवार को नीस शहर स्थित एक चर्च में हमलावर ने चाकू से एक महिला का गला काट दिया और दो अन्य लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी।
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