For News (24x7) : 9829070307
RNI NO : RAJBIL/2013/50688
Visitors - 102259623
Horizon Hind facebook Horizon Hind Twitter Horizon Hind Youtube Horizon Hind Instagram Horizon Hind Linkedin
Breaking News
Ajmer Breaking News: अजमेर उत्तर में समाप्त होगी जलभराव की समस्या, योजना पर कार्य जारी- श्री देवनानी |  Ajmer Breaking News: 101 सरस छाछ की थैलियों का वितरण |  Ajmer Breaking News: हनुमान जन्मोत्सव की पूर्व संध्या 11 अप्रैल को बजरंग चोहराह पर शाम 5 बजे 7 बजे तक युवा कांग्रेस द्वारा भव्य व विशाल हनुमान चालीसा और भगवा दुपट्टा वितरण किया गया |  Ajmer Breaking News: हरिभाऊ उपाध्याय नगर में सड़क निर्माण से मिलेगी हजारों लोगों को राहत- श्री देवनानी |  Ajmer Breaking News: महात्मा ज्योतिबा फुले की 198वीं जयंती के अवसर पर अजमेर क्लब चौराहा स्थित ज्योतिबा फूले सर्किल पर सुबह से शुरू हुआ पुष्पांजलि का दौर रात तक रहा जारी,  |  Ajmer Breaking News: प्रदेश में ही तैयार किया जाना चाहिए, गीर गाय का सेक्स सॉर्टेड  सिमन- चौधरी  |  Ajmer Breaking News: जैन समाज के पंच कल्याणक महोत्सव में पुख्ता होंगी प्रशासन व पुलिस की व्यवस्था-श्री  देवनानी |  Ajmer Breaking News: सिन्धी भाषा दिवस, विधानसभा अध्यक्ष श्री देवनानी ने किया पोस्टर का विमोचन |  Ajmer Breaking News: सिन्धी युवा संगठन ने सिन्धी भाषा दिवस पर रक्तदान शिविर का किया आयोजन |  Ajmer Breaking News: नसीराबाद सदर थाना में हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी सहित उसके प्रेमी दिव्यांग ई-मित्र संचालक को गिरफ्तार कर हत्याकांड से पर्दाफाश कर दिया है ।  | 
madhukarkhin

#मधुकर कहिन: केवल एक गांधी जयंती के रोज़ ही क्यों जागता है संघ का गांधी प्रेम ? बाकी साल के 364 दिन गोडसे के गुणगान क्यूँ ?

Post Views 1341

October 2, 2019

2172 #मधुकर कहिन

केवल एक गांधी जयंती के रोज़ ही क्यों जागता है संघ का गांधी प्रेम ? बाकी साल के 364 दिन गोडसे के गुणगान क्यूँ ?


नरेश राघानी


आज महात्मा गांधी का जन्मदिन है। और एक बहुत ही प्रचलित समाचार पत्र के मुख्य पृष्ठ पर सरसंघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ - डॉ मोहन भागवत द्वारा लिखे गए, एक लेख को प्रकाशित किया गया है। जिसमें डॉ मोहन भागवत ने महात्मा गांधी को सामाजिक क्षमता और समरसता के आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया है । और यह भी अपील की है कि आम जनमानस को अपने आचरण में गांधी उतारना चाहिए। इस लेख में मोहन भागवत ने बताया कि 1936 में वर्धा के पास लगे संघ शिविर में गांधीजी आये थे । विभाजन के रक्त रंजित दिनों में दिल्ली में उनके निवास स्थान के पास लगने वाली शाखा में भी गांधीजी का आना हुआ था । यह जानकारी भी दी गई है की संघ में रोज प्रातकाल एक स्त्रोत के द्वारा महापुरुषों की परंपरा का स्मरण करने की प्रथा स्थापना काल से ही है । 1963 में इसमें कुछ नए नाम जोड़कर गांधी जी का नाम भी उस एकात्मता स्त्रोत के जरिए जोड़ा गया और इस एकात्मकता स्त्रोत का उच्चारण करते हुए आज भी संघ के लोग रोज प्रातकाल गांधी का स्मरण करते हैं।


 सुनने में बातें बड़ी अच्छी लगती है। परंतु डॉ मोहन भागवत यदि वाकई गांधी विचार से इतने प्रभावित हैं , तो उन्हीं के दल के लोग गांधी जी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त की उपाधि क्यों देते हैं ?? क्या उनके लोग उनके इस विचार से सहमत नहीं हैं ?? 


 फेसबुक पर अक्सर ऐसी बातें पढ़ने को मिलती है जिन्हें पढ़कर लगता है कि हम आखिर किस युग में जी रहे हैं ?? इसी तरह का एक उदाहरण कुछ समय पहले एक भाजपा के पदाधिकारी ने प्रस्तुत किया । उसने फेसबुक पर चल रही है एक गांधी गोडसे बहस के दौरान यह तर्क दिया , कि जिस पिस्तौल से महात्मा गांधी की हत्या गोडसे द्वारा की गई थी । उस पिस्तौल की नीलामी करके देख लीजिए पता चल जाएगा कि गोडसे देशभक्त थे या आतंकवादी ???


एक तरफ तो भाजपा संघ को अपनी आधारशिला मानकर वैचारिक दृष्टिकोण से संघ के आदर्शों का पालन करने वाली राजनीतिक दल माना जाता है । उसी राजनीतिक दल के लोग जब चुनाव में उतरते हैं , तो सत्ता के लोभ में गली-गली देश के बंटवारे को लेकर महात्मा गांधी के लिए आपत्तिजनक बयान देते हैं । और साध्वी प्रज्ञा जैसे लोग महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहकर चुनाव जीत जाते हैं । तब यह गांधी विचार के लिए उनकी सद्भावना कहां चली जाती है ?  फेसबुक पर मोदी समर्थक महात्मा गांधी की आपत्तिजनक तस्वीरें डालकर गांधी विचार के विरोध की जड़ युवा पीढ़ी के ज़ेहन में बोते हैं, तब यह गांधी दर्शन उन्हें क्यों नहीं सूझता है ? 

 फिर मात्र गांधी जयंती के दिन शायद अपनी झेंप मिटाने के लिए छदम गांधी भक्त बनकर गांधी को आदर्श बताते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत, की यह बातें आखिर बुद्धिजीवी वर्ग कैसे हजम कर सकता है  ??? यह अपनी तो समझ के बाहर है। आप लोगों में से किसी को कुछ समझ आये तो अवश्य समझाएँ ... आपके नज़रिये का ससम्मान स्वागत है।


जय श्री कृष्ण


नरेश राघानी

प्रधान संपादक

Horizon Hind | हिन्दी न्यूज़

9829070307


© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved