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July 20, 2018
वैचारिक सम्पन्नता से युक्त मानव संसाधनों की वार्तमान परिपेश्य में व्यवासाय के सफलता में उपयोगिता
राजीव पंडया , उदयपुर
वर्तमान परिपेशय में किसी भी व्यवसाय को चलाने हेतु मानव संसाधन को एक मेहेत्वपूर्ण स्त्रोत माना गया है , जिसकी शमताये भी समय बदलने के साथ बढती जा रही है | भारत वर्ष के अधिकतम पूंजीपतिया के व्यवासाय के तीव्र गति से बढ़ना इस बात का द्योंतक है की उन्होंने अच्छे मानव संशोधन पर शोध किया एव उनके द्वारा दिए गए अपने उत्तम विचारों को अपना व्यवासाय में उतरा और सफलता के राजमार्ग को प्राप्त किया
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