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October 18, 2017
राजस्थान में तेजी से गिरते भूजल स्तर के चलते जलदाय विभाग की 80 फीसदी पेयजल योजनाएं प्रभावित हो रही हैं. भूजल की लगातार खराब होती स्थिति को देखते हुए जलदाय विभाग की ओर से सतह वाले पेयजल स्रोत आधारित परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है.
प्रदेश में जलदाय विभाग की ओर से 112 बड़ी पेयजल परियोजनाओं का काम चलाया जा रहा है. इन परियोजनाओं से वर्ष 2018-19 तक प्रदेश के 98 शहर, 15 हजार से ज्यादा गांव और 12 हजार से ज्यादा ढाणियों को लाभान्वित करने की योजना है.
दरअसल प्रदेश में गहराते भूजल की स्थिति को राज्य सरकार ने एक दशक पहले ही भांप लिया था. इसलिए प्रदेश की पेयजल सप्लाई व्यवस्था को सतही स्रोतों से जोड़ने की योजना पर काम शुरू कर दिया था. प्रदेश में एक दशक के दौरान जलदाय विभाग की ओर से 112 पेयजल परियोजनाओं को स्वीकृत कर काम शुरू किया है.
करीब 32015 करोड़ लागत की इन परियोजनाओं में से जलदाय विभाग ने दिसंबर, 2015 तक 15 हजार 492 करोड़ का बजट खर्च कर 47 परियोजनाओं का काम पूरा कर लिया गया है. इन परियोजनाओं से 42 शहरों और 6750 गांव-ढाणियों को लाभान्वित किया जा चुका है. वर्तमान में जलदाय विभाग की ओर से 65 पेयजल परियोजनाओं का काम चल रहा है जिन्हें विभाग ने चरणबद्ध तरीके से वर्ष 2018-19 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है.
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