Post Views 1041
October 18, 2017
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा आयुर्वेद मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा है कि आयुर्वेद हमारी सांस्कृतिक धरोहर के साथ-साथ इस देश के जनमानस में रची बसी जीवन पद्धति है. इसमें प्रत्येक व्यक्ति के लिए 100 साल निरोग जीवन जीने की व्याख्या की गई है.
सराफ आरोग्य के देवता धन्वंतरी की जयंती के अवसर पर सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के ऑडिटोरियम में
मंगलवार को आयोजित राज्यस्तरीय आयुर्वेद दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे.
उन्होंने इस अवसर पर आयुर्वेद से जुड़े सभी महानुभावों को बधाई दी एवं आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों को सम्मानित किया.
आयुर्वेद मंत्री ने बताया कि प्रदेश में आयुष का देश का सबसे बड़ा आधारभूत ढांचा है. यहां 5 हजार 124
आयुर्वेद, होम्योपैथिक, यूनानी तथा योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र हैं तथा 19 आयुष महाविद्यालय, एक राजकीय आयुर्वेद विश्वविद्यालय व 29 नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं. उन्हाेंंने बताया कि प्रदेश में आयुष चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करने के लिये गत् तीन वर्षों में अनेक अभिनव कार्यक्रम एवं योजनाएं क्रियान्वित की गयी हैं.
सराफ ने बताया कि विभाग द्वारा प्रतिवर्ष लगभग 5 करोड़ रोगियों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जाती हैं. आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा आयुर्वेद व भारतीय चिकित्सा पद्धति से संबंधित स्व-रोजगार उत्पादक लघु पाठ्यक्रम प्रारंभ किये गये हैं. इनमें एक वर्षीय पंचकर्म तकनीकी सहायक, एक वर्षीय योग डिप्लोमा तथा चार वर्षीय बीएससी नसिर्ंग-आयुर्वेद शामिल हैं. राज्य में संचालित भवन रहित आयुष चिकित्सा केन्द्रों में भवन निर्माण हेतु 400 करोड़ रू. की योजना बनाई गई है.
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि वर्तमान सरकार ने 1461 आयुर्वेद, 134 होम्योपैथी, 143 यूनानी चिकित्सक तथा 973 नर्स कम्पाउण्डर की स्थायी भर्ती की है. इसके साथ ही आर.बी.एस.के. में 1 हजार 24 एवं एनएचएम में 700 आयुष चिकित्सकों की संविदा आधार पर नियुक्तियां की गयी हैं. वर्तमान सरकार के कार्यकाल में में 33 नवीन जरावस्था निवारण केन्द्र, 23 नये आंचल प्रसूता केन्द्र, 29 नये पंचकर्म केन्द्र तथा 26 नवीन योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्रों की स्थापना की गई है.
समारोह की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद राज्य मंत्री बंशीधर बाजिया ने कहा कि
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved