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August 24, 2017
छात्रसंघ चुनाव में प्रचार पर प्रशासन की सख्ती के कारण छात्र नेताओं के लिए सोशल मीडिया प्रचार का सबसे ताकतवर हथियार साबित हो रहा है. चुनाव में अपनी तकदीर आजमा रहे लगभग सभी छात्र नेता और उनके समर्थक इन दिनों सोशल मीडिया पर सक्रिय नजर आ रहे हैं. राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में इस बार प्रशासन की सख्ती कैंपस में साफ नजर आ रही है. चुनाव के दिनों में रैलियों, प्रदर्शनों और पोस्टरों से आबाद रहने वाले कैंपस में इन दिनों वीरानी सी पसरी नजर आ रही है. प्रशासन की सख्ती के आगे छात्र नेता भी लाचार नजर आ रहे हैं और अपने पक्ष में चुनावी माहौल तैयार करने के लिये उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. सख्ती के इस समय में अपने पक्ष में माहौल तैयार करने के लिये सोशल मीडिया छात्र नेताओं का सबसे ताकतवर हथियार बना है. छात्र नेता चुनाव प्रचार के लिए अब कैंपस के गलियारों में कम और सोशल साइट्स पर ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं. हर एक छात्रनेता सोशल मीडिया की ताकत से बखूबी वाकिफ है लिहाजा इस आधुनिक माध्यम का भरपूर इस्तेमाल छात्रसंघ चुनाव में किया जा रहा है. वहाट्सएप हो या फेसबुक, ट्विटर हो या यू-ट्यूब, हर एक प्लेटफॉर्म पर छात्र नेताओं की जबर्दस्त उपस्थिति नजर आ रही है. सोशल मीडिया पर छात्र नेता अपने वादे और दावे करते नजर आ रहे हैं. कई प्रत्याशियों ने अब अपनी आईटी टीम बनाकर प्रचार में ताकत झौंक दी हैं. संगठनों ने इसके लिये बाकायदा अपने वॉर रूम भी तैयार किए हैं.
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