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June 25, 2017
सिटी रिपोर्टर- केसरगंज स्थित आर्यसमाज अजमेर के तत्वावधान में आयोजित रविवारीय साप्ताहिक सत्संग को सम्बोधित करते हुए वैदिक विद्वान स्वामीनाथ गुप्त ने बताया कि मनुष्य को सदा स्थिर रहना चाहिये। चलायमान नहीं। सुख-दुःख, लाभ-हानी इत्यादी में सदा स्थित एक जैसा रहना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने मानव शरीर को स्वस्थ रखने की महत्ता पर प्रकाष डाल्ते हुए ऋतभुक्-हितभुक्-मितभुक् अर्थात ऋतु के अनुसार खायें, जो हितकारी हो वही खायें तथा कम खाएं के आदर्षां पर प्रकाष डाला। ईष वन्दना आचार्य अमरसिंह शास्त्री, ईष्वर भक्ति भजन पुष्पा क्षेत्रपाल आदि ने तेरा नाम, सुख की खान व ऋषि महिमा गीत कुमारी मीना आर्या नें वेदों का उजाला लेके, आये थे दयानन्द प्रस्तुत कर समस्त आर्यजनों को मत्रंमुग्ध कर दिया एवं सत्यार्थ प्रकाष की कथा का वाचन डॅा राधेष्याम शास्त्री ने किया।
इससे पूर्व आचार्य अमरसिंह शास्त्री के ब्रह्मत्व में देव यज्ञ व ब्रह्म यज्ञ आयोजित किया गया जिसमें यजमान के रूप में सदन के बालक-बालिकाएं एवं अन्य धर्म प्रेमी सज्जनों ने भाग लिया कार्यक्रम का संचालन महिला मंत्री डॅा0 अराधना आर्या ने किया।
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