Post Views 811
June 25, 2017
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारा सपना राजस्थान को आधारभूत ढांचे, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में देश का प्रथम राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि यह एक व्यक्ति या मुख्यमंत्री से सम्भव नहीं हो सकेगा बल्कि इसके लिए सबको मिलकर 10 साल के रोडमैप पर चलते हुए सपने को हकीकत में लाना होगा। राजे शनिवार को होटल क्लाक्र्स आमेर में इंडिया टुडे समूह की ओर से आयोजित दी स्टेट ऑफ दी स्टेट राजस्थान कॉन्क्लेव को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का यह सपना एक व्यक्ति का नहीं, सभी राजस्थानियों का है। इसे पूरा करने के लिए हम सबको कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि पिछले साढे़ तीन साल में हमारी सरकार के ठोस और सधे हुए फैसलों से हमने एक खुशहाल राजस्थान की ओर मजबूत कदम उठाए हैं। टीम राजस्थान ने तमाम कठिनाइयों के बावजूद राज्य की तस्वीर बदलने का काम किया है। देश के विकास की योजना का अभिन्न हिस्सा हैं राजे - गोयलकेन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल ने राज्य की बिजली कंपनियों के प्रबन्धन में मुख्यमंत्री राजे के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश के विकास की दूरदर्शी योजना का अभिन्न हिस्सा हैं। वे राज्य की जनता के हितों के लिए संवेदनशील और दृढ़ निश्चयी नेता हैं।
गोयल ने कहा कि राज्य की बिजली कंपनियां तीन वर्ष पहले 15 हजार करोड़ रुपये वार्षिक घाटे में चल रही थीं, लेकिन मुख्यमंत्री के दूरदर्शी प्रबन्धन का परिणाम है कि इन कंपनियों का घाटा अब एक तिहाई ही रह गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आगामी वित्त वर्ष में ये विद्युत कंपनियां घाटे से उबरकर लाभ कमाने लगेंगी। उन्होंने राजस्थान में ऊर्जा क्षेत्र के विकास की असीम संभावनाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि राज्य में सोलर सेक्टर में ही इतनी बिजली पैदा हो सकती है कि इससे वर्ष 2030 में देश में चलने वाली सभी इलेक्टि्रक कारों को संचालित किया जा सके।
सदियों पुरानी पानी की समस्या दूर करने की अभूतपूर्व पहल मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल जनवरी में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के रूप में हमने राजस्थान की सदियों से चली आ रही पानी की समस्या को दूर करने की अभूतपूर्व पहल की। व्यापक जनभागीदारी से शुरू हुए इस अभियान के पहले चरण में ही करीब 3500 से अधिक गांवों और 42 लाख से अधिक लोगों की सालभर की पेयजल और सिंचाई की समस्या दूर हो गई। कई क्षेत्रों में भूजल स्तर बढ़ा है और इस वर्ष पाली तथा भीलवाड़ा जिलों में ट्रेन से पेयजल आपूर्ति की आवश्यकता नहीं पड़ी। तकनीक से आई पारदर्शिताराजे ने कहा कि हमने लीकेज दूर करने के लिए न केवल तकनीक का सहारा लिया बल्कि इसके उपयोग से पारदर्शिता लाने में भी हम देश के अव्वल राज्य बनें। इसके लिए शुरू की गई भामाशाह योजना आज सर्विस डिलीवरी की बैकबो बन चुकी है। इसी प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रदेश के करीब 4 करोड़ लोगों को कैशलेस ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल इंश्योरेन्स कवर दिया जा रहा है। वहीं बायोमैट्रिक पहचान के जरिये प्रदेश में हर माह 1 करोड़ से अधिक परिवारों को उनका राशन का हक मिलना सुनिश्चित हुआ है।सरकारी स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था में सुखद बदलाव मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन साल में कक्षा 9 से 12 की कक्षाओं में नामांकन 10 लाख तक पहुंच गया है। हमने दृढ़ इच्छाशक्ति से स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाया है जिससे सरकारी स्कूलों के परिणाम, प्रवेश और ठहराव में सकारात्मक बदलाव आए हैं। बोर्ड कक्षाओं में अब अधिक बच्चे प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने लगे हैं।
राजस्थान की कृषि विकास दर राष्ट्रीय औसत से अधिक राजे ने कहा कि राजस्थान कृषि क्षेत्र में राष्ट्रीय औसत से भी अधिक दर से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का किसानों की आय दोगुनी करने का विजन राजस्थान में भी मूर्त रूप लेगा। हमारा यह संकल्प जयपुर और कोटा में ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट के सफल आयोजनों और इनमें किसानों की व्यापक भागीदारी से झलकता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि बात चाहे पोस मशीनों के जरिये सार्वजनिक वितरण प्रणाली में आए क्रान्तिकारी सुधार की हो अथवा सरकारी स्कूलों मे शिक्षा के स्तर को बेहतर करने की, हमने व्यवस्था को बेहतर करने का ऎतिहासिक काम कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से हम प्रतिदिन औसतन 14 किलोमीटर सड़कें बना रहे हैं, जिनसे चार गांव-ढाणियां रोजाना सड़कों से जुड़ रही हैं। इस अवधि में प्रदेश के सड़क नेटवर्क में करीब 21 हजार किलोमीटर सड़कें जुड़ी हैं। सरकार के पांच वर्ष पूरे होने तक हम 32 हजार किलोमीटर सड़कें बनाएंगे। राजे ने आदर्श पीएचसी योजना से ग्रामीण क्षेत्रों की चिकित्सा व्यवस्था में आए बदलाव, राजश्री योजना से महिला सशक्तिकरण, अन्नपूर्णा भण्डार, अन्नपूर्णा रसोई, न्याय आपके द्वार तथा ग्रामीण एवं शहरी गौरव पथ के जरिए प्रदेश में हुए विकास एवं सामाजिक सुरक्षा के कार्यों का भी जिक्र किया। दी स्टेट ऑफ दी स्टेट कॉन्क्लेव राजस्थान में राज्य के जिलों की विभिन्न श्रेणियों में रैंकिंग की गई। इस रैंकिंग के आधार पहला स्थान प्राप्त करने वाले और सुधार की दिशा में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले जिलों को अवार्ड दिए गए। मुख्यमंत्री ने आधारभूत ढांचे, पेयजल एवं स्वच्छता, उद्योग, कानून-व्यवस्था, कृषि, शिक्षा, समृद्धि, स्वास्थ्य तथा सर्विस डिलीवरी की श्रेणियों में सम्बंधित विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव और निदेशकों को अवार्ड दिए। जयपुर जिले को सर्वश्रेष्ठ जिले और चुरू को सुधार की दिशा में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले जिले का अवार्ड दिया गया।
इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा के उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, राज्य के ऊर्जा राज्य मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह, वेदान्ता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल, इंडिया टुडे समूह के एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा, मुख्यमंत्री सलाहकार परिषद की सदस्य उर्वशी साहनी एवं अरुण कपूर, राज्य नदी बेसिन प्राधिकरण के अध्यक्ष राम वेदिरे, राज्य वित्त आयोग की अध्यक्ष ज्योति किरण शुक्ला, राज्य प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्यजन उपस्थित थे।श्री
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved