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June 19, 2017
सिटी रिपोर्टर- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना के तहत अजमेर जिला राज्य में अव्वल रहा है। जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर गौरव गोयल द्वारा नियमित माॅनिटरिग के कारण राज्य में सर्वाधिक 1 लाख 68 हजार 254 श्रमिकों को रोजगार प्रदान किया गया। जिले की एमआईएस रिपोर्ट के आधार पर सर्वाधिक श्रमिक संख्या पंचायत पीसांगन की 33 हजार 797 दर्ज की गयी है। अजमेर जिले की पीसांगन पंचायत समिति की श्रमिक संख्या राज्य के सीकर, करौली, धोलपुर, झुन्झुनू, जैसलमेर जिलों में नियोजित श्रमिक संख्या से भी अधिक है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निकया गोहाएन ने बताया कि वितीय वर्ष 2017-18 में 33.89 लाख मानव दिवस का सृजन करते हुए जिले की 282 ग्राम पंचायतों में 2733 कार्यो पर 1 लाख 68 हजार 254 श्रमिकों को महात्मा गांधी नरेगा योजना में प्रतिदिन रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है। महात्मा गांधी नरेगा के प्रदेष स्तरिय एमआईएस माॅनीटरिग सिस्टम के आधार पर जिले की ग्राम पंचायत संख्या के आधार पर अजमेर की स्थिति पूरे प्रदेष स्तर पर अन्य जिलों को पीछे छोड़ते हुए श्रमिक संख्या में प्रतिदिन बढ़ोत्तरी दर्ज करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त कर लिया है जबकि डूंगरपुर द्वितीय एवं बांसवाडा तृतीय स्थान पर रहा है। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत पंचायत समिति सरवाड़ में 19 हजार 122, पंचायत समिति अंराई में 12 हजार 471, पंचायत समिति केकड़ी में 20 हजार 019, पंचायत समिति जवाजा में 10 हजार 219, पंचायत समिति पीसांगन में 33 हजार 797, पंचायत समिति भिनाय में 9 हजार 818, पंचायत समिति मसूदा 08 हजार 155, पंचायत समिति श्रीनगर में 26 हजार 362, पंचायत समिति सिलोरा में 28 हजार 291 श्रमिक नरेगा के 2733 कार्यो पर नियोजित होकर रोजगार प्राप्त कर रहे है।
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