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June 19, 2017
नेशनल रिपोर्ट – तिरुअनंतपुरम गुस्से में भरकर कथित रूप से एक स्वामी का गुप्तांग काट लेने वाली कानून की 23-वर्षीय विद्यार्थी सनसनीखेज़ तरीके से अपने बयान से पीछे हट गई है. स्वामी के वकील को लिखे एक खत में युवती ने अब कहा है कि केरल के कोल्लम स्थित पनमना आश्रम से जुड़े स्वामी ने उसके साथ कभी बलात्कार नहीं किया था.
इससे पहले, पुलिस के मुताबिक जिस समय स्वामी के साथ यह घटना हुई थी, युवती ने कहा था कि उसने स्वामी का गुप्तांग गुस्से में आकर इसलिए काट डाला था, क्योंकि वह लंबे अरसे से उसके साथ रेप करता आ रहा था, और रेप की शुरुआत तब हुई थी, जब वह नाबालिग थी. पुलिस ने बताया कि युवती का कहना था कि घटना वाले दिन भी स्वामी ने उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की थी.
लेकिन अब युवती ने अपने खत, जिसे बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट में पेश किया है, में कहा है, स्वामी जी की ओर से मेरे साथ किसी तरह का कोई यौन उत्पीड़न नहीं किया गया... तब भी नहीं, जब मैं नाबालिग थी, और तब भी नहीं, जब मैं 18 की हुई... मेरे 16 और 17 साल का होने पर स्वामी जी द्वारा मेरा यौन उत्पीड़न किया जाने का आरोप गलत है, और बहुत-सी अन्य बातों के साथ-साथ पुलिस द्वारा मेरी शिकायत में जोड़ा गया था मामले की अगली सुनवाई तिरुअनंतपुरम की स्थानीय अदालत में सोमवार को तय है, लेकिन युवती के वकील का कहना है कि वे केरल पुलिस के स्थान पर अलग तथा स्वतंत्र जांच एजेंसी से मामले की जांच कराए जाने की मांग करेंगे.
अपने खत में युवती ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके द्वारागढ़े गए बयान पर टिके रहने के लिए उस पर जबाव डाला और पुलिस द्वारा दोबारा लिखे गए व संशोधित किए गए बयान वह पढ़ नहीं पाई थी, क्योंकि उसे मलयालम पढ़नी नहीं आती है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि वे कोर्ट से युवती पर लाई-डिटेक्टर टेस्ट करने की अनुमति मांगने पर विचार कर रहे हैं.
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