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June 19, 2017
नेशनल रिपोर्ट – अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग और आसपास के इलाकों में लगातार बने गड़बड़ हालात सोमवार को कुछ बेहतर नज़र आए, लेकिन तनाव अब भी बरक़रार है. सोमवार को दार्जीलिंग की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है, और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा का बंद जारी है. दार्जीलिंग में चलने वाली टॉय ट्रेन भी ठप पड़ी है.
रविवार को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने उन तीन लोगों की शवयात्रा निकाली थी, जो शनिवार को हुई हिंसक झड़प के दौरान मारे गए थे. मोर्चा का आरोप है कि ये तीनों लोग पुलिस फायरिंग में मारे गए थे. इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोहराया था कि हिंसा की इस पूरी घटना के पीछे सोची-समझी साज़िश है, और उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार लोगों को न उकसाए.
गौरतलब है कि गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जीलिंग कई दिन से हिंसक घटनाओं की चपेट में है, और कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पें हुई हैं. शनिवार की हिंसक झड़प के बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उनके द्वारा की गई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हुई, जिसके विरोध में रविवार को उन्होंने काला दिवस मनाने का फैसला किया था. हिंसा के बाद प्रशासन ने सख़्त फ़ैसला लिया था कि 25 जून तक किसी भी सार्वजनिक जगह पर तीन से ज़्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगाई जाए.
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