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June 14, 2017
रिपोर्ट- विधानसभा के भीतर जैसे-तैसे सरकार का मुकाबला करने की कोशिश कर रही कांग्रेस अपनों से ही लड़ाई में उलझ गई। शून्यकाल में अपना सवाल मंजूर कराने में सहयोग न मिलने पर धारचूला विधायक हरीश धामी ने सदन का बहिष्कार कर दिया। इसके लिए उन्होंने सीधा-सीधा नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश को जिम्मेदार ठहराया और खूब भड़ास निकाली।
सदन के बाहर मीडिया से बातचीत में भी धामी ने नेता प्रतिपक्ष पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि वो मुझसे पुराना हिसाब चुका रहीं हैं। बकौल धामी, मैंने नेता प्रतिपक्ष बनते वक्त उनका सहयोग नहीं था,इसलिए वो सदन में सवाल उठाने मेरा सहयोग नहीं कर रहीं। विवाद शून्यकाल में नियम-58 के तहत आई सूचना को स्वीकार करने की प्रक्रिया के दौरान हुआ।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कांग्रेस के पांच विधायकों की सूचना पूरी हो जाने पर धामी के सूचना को आज लेने से इंकार कर दिया। धामी शुरू से ही अपने सवाल को स्वीकार किए जाने की मांग करते हुए कुछ दस्तावेजों को सदन में लहरा भी रहे थे। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष ने धामी को शांत होने और सूचना को अगले दिन ले लेने की बात कह दी। इससे धामी बिफर गए। नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के बाकी साथी विधायकों को बुराभला कहते हुए धामी सदन का बहिष्कार कर बाहर आ गए। बाहर मीडिया से बातचीत में धामी ने नेता प्रतिपक्ष पर अपनी पूरी भड़ास निकाली।
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