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June 9, 2017
रिपोर्ट- पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने लोक सभा चुनाव 2014 से पहले करीब 24 करोड़ रुपये के खर्च की “जानकारी न देने के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा है।टीएमसी को 20 अप्रैल तक इनकम टैक्स को इसका जवाब देना था लेकिन (छह जून) तक उसने जवाब नहीं दिया था। टीएमसी ने ये पैसे हेलीकॉप्टर के किराए, राजनीतिक रैली करने, पार्टी के झंडे बांटने इत्यादि मद में खर्च किए हैं।
आय कर विभाग ने टीएमसी से पूछा है कि इन खर्चों को अघोषित खर्च” क्यों न माना जाए इनकम टैक्स ने टीएमसी द्वारा 2014 में कोलकाता और मुंबई में हेलीकॉप्टर के किराए के तौर पर 15 करोड़ रुपये खर्च किए जाने में अनियमितता पाई है। टाइम्स नाऊ के पास मौजूद इनकम टैक्स की नोटिस के अनुसार टीएमसी ने चार हेलीकॉप्टर यात्राओं की जानकारी कथित तौर पर छिपाई थी। रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल से जुलाई 2014 के बीच टीएमसी ने 11 बार हेलीकॉप्टर किराए पर लिए थे।
इनकम टैक्स की नोटिस के अनुसार टीएमसी ने 2013 और 2014 के बीच 3.39 करोड़ रुपये विज्ञापन और कैंपेन पर खर्च किए जिसकी जानकारी नहीं दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार टीएमसी ने पंजाब में पार्टी के झंडे बांटने पर दो करोड़ रुपये खर्च किए थे। वहीं राजनीतिक रैलियों पर पार्टी ने 4.40 करोड़ रुपये खर्च किए जिसकी जानकारी नहीं दी गई। टाइम्स नाउ के अनुसार तृणमूल कांग्रेस के तत्कालीन महासचिव ने हरियाणा के पंचकुला के सेक्टर 8 स्थित एचडीएफसी बैंक में पार्टी के नाम से बैंक खाता खुलवाया था। इस खाते में 7 फरवरी से 20 फरवरी 2012 के बीच 88.44 लाख रुपये कैश जमा किए गए थे। इनकम टैक्स ने इस नकद जमा के बारे में भी टीएमसी से सफाई मांगी है।
पिछले कुछ सालों में टीएमसी के मंत्री और नेता शारदा चिट फंड घोटाले, नारद स्टिंग और रोज वैली घोटाले में आरोपों से घिरते रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नारद स्टिंग मामले में टीएमसी के मंत्री सुब्रतो मुखर्जी समेत 13 नेताओं के खिलाफ काला धन सफेद करने का केस दर्ज किया है। रोज वैली घोटाले में भी सीबीआई ने टीएमसी सांसद तापस पॉल समेत कई अन्य नेताओं को गिरफ्तार किया है। हालांकि टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन सभी आरोपों को गलत बताती रही हैं।
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