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राष्ट्रीय न्यूज़: फेसबुक पोस्ट की वजह से मिली 35 साल की सजा, शाही परिवार के खिलाफ की थी अपमानजनक बात

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June 9, 2017

रिपोर्ट- फेसबुक पोस्ट करने की इतनी बड़ी भी सजा हो सकती है इसका किसी को अंदाजा भी नहीं होगा। थाइलैंड में एक व्यक्ति को एक फेसबुक पोस्ट के कारण 35 साल की सजा सुनाई गई है। उस पर आरोप है कि उसने थाइलैंड की रॉयल फैमिली को लेकर कोई अपमानजनक फेसबुक पोस्ट लिखा था। एक बैंकाक की सैन्य अदालत ने 34 साल के व्यक्ति को एक फेसबुक अकाउंट पर शाही परिवार के फोटो और वीडियो पोस्ट करने के लिए दस मामलों में दोषी ठहराया है। बता दें कि दोषी विचै का नाम पहले भी अपने पुराने दोस्त को बदनाम करने के लिए उसके अकाउंट का इस्तेमाल करने में आ चुका है। शाही मानहानि के मामलों को देखने वाले ग्रुप आईलॉ ने कहा कि शाही परिवार की मान- मर्यादा को दाग लगाने के लिए किया गया इसलिए यह मामला मानहानि के तहत आता है।

आईलॉ के यिंग्चिप एटानानॉन ने बताया कि उसे हर आरोप के लिए सात साल की सजा सुनाई गई थी जो 70 साल की थी, जिसे आधी कर दिया गया क्योंकि उसने अपने गुनाह को कबूल कर लिया था। मीडिया रिपोर्टर को सैन्य अदालत में प्रवेश करने से रोक दिया गया जहां विचै के फैसले को पढ़ा गया था। आईलॉ के मुताबिक विचै ने शुरू में आरोपों से इनकार किया, लेकिन बाद में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया, जब अदालत को अपनी कार्यवाही शुरू करने में 1 साल का समय लग गया और वह जेल में था। ऐसे संदिग्धों को शायद ही कभी बरी कर दिया जाता है या जमानत मिल जाती है।

एक आपराधिक अदालत ने एक राजनीतिक रेडियो शो से एक ऑडियो क्लिप अपलोड करने के मामले में एक और संदिग्ध को 2.5 साल की जेल की सजा सुनाई। इस ऑडियो क्लिप को भी राजशाही के लिए अपमानजनक समझा गया था। सशस्त्र कानून का इस्तेमाल सबसे पहले 2014 में हुआ है, जिसके तहत तख्तापलट के बाद से 100 से ज्यादा लोगों पर आरोप लगाया गया है।अभियोग थाईलैंड के नए राजा महा वजीरलोंगकोर्न के तहत जारी रहा, जिन्होंने अपने पिता की मृत्यु के बाद 2016 के अंत में सिंहासन संभाला था। पर्यवेक्षक बारीकी से देख रहे हैं कि नए राजा विवादास्पद कानून की ओर कैसे पहुंचते हैं, जो थाईलैंड के अपारदर्शी और शक्तिशाली राजशाही की जांच को प्रभावी ढंग से ब्लॉक करता है।


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