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June 3, 2017
पटना - मोतिहारी स्थित हनुमान चीनी मिल के दो कर्मचारियों द्वारा विगत 10 अप्रैल को आत्मदाह मामले की जांच अब सीबीआइ करेगी। राज्य सरकार ने शुक्रवार को इसकी अनुशंसा कर दी। विगत 10 अप्रैल को पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी में हनुमान चीनी मिल के दो कर्मचारियों नरेश प्रसाद श्रीवास्तव और सूरज बैठा ने कथित तौर पर आत्मदाह कर लिया था। जिसमें नरेश श्रीवास्तव की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गई थी। आत्मदाह करने वाले चीनी मिल कर्मचारियों के परिजनों का दावा था कि उनकी हत्या की गई है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय संजीव कुमार सिंघल ने शुक्रवार को बताया कि मामले की जांच मोतिहारी पुलिस कर रही थी। अब इसे सीबीआइ के सुपुर्द कर दिया गया है। दरअसल, मोतिहारी स्थित हनुमान चीनी मिल विगत 12 वर्षों से बंद पड़ी है।इस चीनी मिल में काम करने वाले मजदूर विगत 7 अप्रैल से छितौनी थानाक्षेत्र स्थित मिल के मुख्य द्वार पर मिल को फिर से खुलवाने तथा मिल मजदूरों के बकाए के भुगतान के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच, 10 अप्रैल को बड़े ही नाटकीय अंदाज में मिल के दो मजदूरों नरेश श्रीवास्तव और सूरज बैठा ने कथित तौर पर अपने शरीर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली।लेकिन आत्मदाह करने वाले दोनों मिल मजदूरों के परिजनों का कहना है कि उन्होंने आत्मदाह नहीं किया था बल्कि उनकी हत्या की गई है। इस मामले में मोतिहारी पुलिस ने मिल के मालिक नोपानी और मिल के प्रबंधक आरपी सिंह समेत कुल 29 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने 125 अज्ञात लोगों को भी अभियुक्त बनाया है।
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