Post Views 1041
June 3, 2017
लखनऊ - प्रदेश में इन दिनों विकास कार्य तथा अन्य कामों की समीक्षा में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को अपने स्वागत के बारे में दो टूक निर्देश दिया है। प्रदेश में वीआइपी कल्चर खत्म करने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भ्रमण के दौरान उनके लिए कोई विशेष व्यवस्था न की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो जमीन पर बैठने वाले लोग हैं, इसलिए अलग से व्यवस्था नहीं होनी चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री तभी सम्मान के लिए योग्य होंगे जब राज्य के लोग अपने को सम्मानित महसूसस करेंगे। अपने बार-बार निर्देशों के बाद भी प्रदेश में जनसमस्याओं के समाधान में ढिलाई पर नाराजगी जताते हुए योगी ने कहा है कि जनता की समस्याओं का समय से समाधान न करने वाले अफसरों को चिह्नित कर दंडित किया जाए। योगी ने दोहराया है कि मंडल और जिले स्तर पर हर दिन सुबह नौ से 11 बजे तक मंडलायुक्त, डीएम, एसपी, तहसील व ब्लाक स्तर के अफसर अपने कार्यालय में उपस्थित होकर जनता की समस्या सुनें और समाधान कराएं। शास्त्री भवन में कल मुख्यमंत्री ने शीर्षस्थ अफसरों के साथ बैठक कर सख्त निर्देश दिए। सोशल मीडिया के जरिये समस्याओं की जानकारी होने पर उनका भी निराकरण प्राथमिकता से सुनिश्चित कराने पर जोर दिया। सीएम ने कहा कि आमजन से सीधा संवाद स्थापित करने और सोशल मीडिया को और सक्रिय बनाने के लिए सोशल मीडिया हब की स्थापना की जाए। मेगा काल सेंटर के जरिये प्राप्त होने वाली शिकायतों का समाधान निर्धारित अवधि में कराकर शिकायतकर्ता को अवगत कराना अनिवार्य होगा। उन्होंने अफसरों को दो टूक कहा कि कोई भी कार्य लंबित रखने की कार्यशैली बदलनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद समाधान दिवसों का औचक निरीक्षण जल्द प्रारंभ करेंगे और शीर्ष अफसर भी ऐसा करें। मुख्यमंत्री ने थाना और तहसील दिवस पर जनता की समस्याओं की अनदेखी करने वाले अफसरों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई और कहा कि ऐसे लोगों को कतई नजर अंदाज नहीं किया जाएगा। जनता का सम्मान ही प्रदेश के मुख्यमंत्री का सम्मान है। सरकार के गठन के 100 दिन पूरे होने पर विभागीय कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्धारित तारीख को विकास एवं जनकल्याणकारी कार्यों की जानकारी आमजन को दी जाए। बैठक में मुख्य सचिव राहुल भटनागर, अपर मुख्य सचिव आइटी संजीव सरन, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, सचिव मुख्यमंत्री मृत्युंजय कुमार नारायण, सूचना निदेशक अनुज कुमार झा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved