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December 24, 2025
बिजनेसमैन के बेटे का ऑनलाइन गेम खेलना मां को पड़ा भारी, साइबर ठगों ने उड़ाए बीओबी के एकाउंट से 10 लाख 85 रूपये किए ट्रांसफर, साइबर थाने में मुकदमा दर्ज
अजमेर। ऑनलाइन गेम खेलते हुए बेटे की एक व्यक्ति से दोस्ती होना मां के लिए भारी पड़ गया। इंस्टाग्राम पर शुरू हुई बातचीत के बाद आरोपी ने विश्वास जीतकर बेटे की मां की ई-मेल आईडी और पासवर्ड हासिल कर लिए। इसके बाद बिना ओटीपी के अलग-अलग ट्रांजेक्शन कर 10 लाख 85 हजार रुपये खाते से निकाल लिए गए। पीड़िता की शिकायत पर अजमेर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है पुलिस जांच कर रही है।
अजमेर में में बच्चे फंस गए। उनकी मां (बैंक अकाउंटेंट) का मोबाइल हैक कर 10 लाख से ज्यादा रुपए निकाल लिए गए। अकाउंटेंट के बेटे ने गेम खेलते हुए एक व्यक्ति से दोस्ती की थी। इसके बाद इंस्टाग्राम पर बात करते हुए मां की मेल आईडी और मोबाइल का पासवर्ड दे दिया। महिला के पति कपड़ों का व्यापार करने वाले राजकुमार पुत्र भगवानदास निवासी अजय नगर ने साइबर थाने में मंगलवार को मुकदमा दर्ज कराया जिसकी जांच साइबर थाना सीओ शमशेर खां द्वारा की जा रही है।
साइबर थाने के एएसआई विजेंदर सिंह ने बताया कि कपड़ा व्यापारी की पत्नी सिम्मी का बैंक ऑफ बड़ौदा में एकाउंट है। उनके 8 और 14 साल के दो बेटे हैं। बेटे अपनी मां के मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलते थे।
कपड़ा व्यापारी ने बताया कि रविवार को पैसों की जरूरत होने पर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए पत्नी का मोबाइल लिया था। मोबाइल से पूरा डाटा और सारे कांटेक्ट नंबर डिलीट हो चुके थे। उन्होंने अपने अकाउंट से पत्नी के अकाउंट में करीब दो से तीन बार एक रुपए डाले लेकिन ट्रांजैक्शन का कोई मैसेज नहीं आया। इसके बाद मोबाइल अपने आप बंद होकर चालू हो गया। करीब 1 घंटे बाद मोबाइल में 10 लाख 85000 विड्रोल होने का मैसेज आया। अकाउंट में केवल 2 लाख रुपए ही बचे हैं। सोमवार को बैंक जाकर अकाउंट को बंद करवाया। बेटों ने उन्हें बताया कि उनकी गेम खेलने के दौरान एक अनजान व्यक्ति से बात हुई थी। बेटा उस व्यक्ति से इंस्टाग्राम पर भी बात करने लग गया। उस व्यक्ति ने अपनी ईमेल आईडी और पासवर्ड बेटे को दे दिया। इसके बाद बेटे ने भी अपनी मां का ईमेल आईडी और पासवर्ड उस व्यक्ति को शेयर कर दिया। व्यापारी ने बताया कि इसके बाद ठग ने पत्नी के अकाउंट से रुपए निकालना शुरू कर दिया। रुपए निकलने का भी कोई मैसेज या ओटीपी नहीं आया। इस कारण रुपए निकलने का पता नहीं चला।
उन्होंने बताया कि जिस तरह से साइबर ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं अपने बैंक अकाउंट वाले मोबाइल को कभी भी बच्चों को ना दे, सुरक्षित रहने के लिए सतर्कता आवश्यक है।
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