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October 25, 2025
मुंबई। भारतीय विज्ञापन जगत के महानायक और ओगिल्वी इंडिया के पूर्व चेयरमैन पीयूष पांडे का शनिवार को मुंबई के शिवाजी पार्क श्मशान घाट में पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बॉलीवुड और विज्ञापन जगत से जुड़े कई दिग्गज उपस्थित रहे। अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, जावेद अख्तर, बोमन ईरानी, और कई अन्य हस्तियों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।
‘वेल प्लेड कैप्टन’— परिवार ने भावुक अंदाज़ में दी विदाई
श्मशान घाट पर परिवार द्वारा लगाए गए पोस्टर पर लिखा था —“Well Played, Captain.”यह शब्द पीयूष पांडे के उस जीवन दर्शन को दर्शाते हैं, जिसमें उन्होंने हमेशा सादगी, संवेदना और रचनात्मकता के साथ जीवन जिया। उनके परिवार, सहयोगियों और प्रशंसकों ने उन्हें ‘क्रिएटिविटी के कैप्टन’ के रूप में याद किया।
24 अक्टूबर को हुआ निधन — दिल्ली यात्रा के दौरान बिगड़ी सेहत
जानकारी के अनुसार, पीयूष पांडे 24 अक्टूबर 2025 को निधन हो गया था। वे कुछ दिन पहले एक कॉन्फ्रेंस के लिए दिल्ली गए थे, जहां उन्हें संक्रमण (इन्फेक्शन) हो गया।
पहले उन्हें निमोनिया हुआ और बाद में चिकनपॉक्स, जिसके कारण उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई।
‘जुड़ना है, जीतना नहीं’ — उनका रचनात्मक मंत्र
पीयूष पांडे सिर्फ एक विज्ञापन निर्माता नहीं, बल्कि क्रिएटिव थॉट लीडर थे।वे अक्सर कहते थे —“ज़िंदगी और विज्ञापन का मकसद जुड़ना है, जीतना नहीं।” उन्होंने भारतीय विज्ञापन जगत में कहानी कहने की एक नई भाषा दी। उनकी फिलॉसफी थी — “कहानी वो होती है जो दिल से निकले, तभी वो कानों में नहीं, दिमाग में बसती है।”
भारतीय विज्ञापन का चेहरा रहे पीयूष पांडे
पीयूष पांडे को भारत में क्रिएटिव एडवर्टाइजिंग का पायनियर माना जाता है। उनके द्वारा बनाए गए प्रतिष्ठित विज्ञापन “हर घर कुछ कहता है” (एशियन पेंट्स), “चलो निकल पड़े हैं” (फेवीकोल)और “मिलकर चलो” (ICICI Prudential) — भारतीय जनमानस में हमेशा के लिए बस गए। उन्हें पद्मश्री सम्मान और कई कैनस लायंस अवॉर्ड्स भी मिल चुके हैं।
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