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October 16, 2025
विश्व एनेस्थीसिया दिवस एवं CPR सप्ताह पर जागरूकता अभियान — CRPF जवानों, छात्रों और खिलाड़ियों को मिला जीवन रक्षक प्रशिक्षण
अजमेर, 16 अक्टूबर 2025 —
विश्व एनेस्थीसिया दिवस एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मनाए जा रहे “CPR सप्ताह” के अवसर पर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अजमेर के एनेस्थीसिया विभाग एवं Ajmer Society of Anaesthesiologists के संयुक्त तत्वावधान में हृदय पुनर्जीवन (CPR) प्रशिक्षण और जन-जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जा रही है।
CRPF जवानों के लिए CPR प्रशिक्षण
कार्यक्रम की शुरुआत CRPF ग्रुप-II, फॉयसागर रोड, अजमेर में हुई, जहाँ CRPF जवानों को आपातकालीन स्थिति में कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) एवं ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (AED) के प्रयोग का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण दल में डॉ. अरविंद खरे, डॉ. पूजा माथुर, डॉ. मैना सिंह, डॉ. कुलदीप, डॉ. नमन, डॉ. शिल्पी, डॉ. समय एवं डॉ. यशिका शामिल रहे।
जवानों को QCPR मैनिकिन्स, AED ट्रेनर, पॉकेट मास्क एवं अम्बु बैग की मदद से CPR तकनीक सिखाई गई।
JLN मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया के इतिहास पर व्याख्यान
कॉलेज के एनेस्थीसिया विभागीय सेमिनार हॉल में “History of Anaesthesia” विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित हुआ।
इस सत्र में डॉ. मीनल, डॉ. रतन, डॉ. प्रदीप और डॉ. दीपिका ने एनेस्थीसिया विज्ञान के ऐतिहासिक विकास और आधुनिक तकनीकों पर जानकारी साझा की।
सभी फैकल्टी मेंबर्स और रेज़िडेंट डॉक्टर्स ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
चाचीयावास स्कूल में छात्रों को CPR सिखाई गई
विद्यालय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में चाचीयावास स्कूल के छात्रों और शिक्षकों को CPR एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) प्रशिक्षण दिया गया।
यह प्रशिक्षण डॉ. कुशांक, डॉ. पंकज, डॉ. मंजुनाथ और डॉ. एकता द्वारा दिया गया।
विद्यार्थियों ने QCPR मैनिकिन्स की सहायता से हाथों-हाथ अभ्यास किया और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के महत्व को समझा।
पटेल स्टेडियम में खिलाड़ियों और कोचों को दिया गया CPR प्रशिक्षण
विश्व एनेस्थीसिया दिवस एवं CPR सप्ताह के तहत विशेष सत्र पटेल स्टेडियम, अजमेर में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर डॉ. अनिल समारिया ने उपस्थित खिलाड़ियों, कोचों और नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि
“हृदयगति रुकने की स्थिति किसी भी समय, किसी भी स्थान पर उत्पन्न हो सकती है। यदि आसपास मौजूद व्यक्ति CPR देना जानते हों, तो कुछ ही मिनटों में जीवन बचाया जा सकता है। इसलिए CPR जैसी जीवनरक्षक तकनीक का ज्ञान आमजन, विशेषकर खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को अवश्य होना चाहिए।”
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अजमेर के एनेस्थीसिया विभाग की टीम ने इस अवसर पर CPR का लाइव डेमोंस्ट्रेशन और हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग आयोजित की।
प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व डॉ. अरविंद खरे (विभागाध्यक्ष) एवं डॉ. पूजा माथुर (समन्वयक) ने किया।
टीम में डॉ. मीनल, डॉ. मैना सिंह, डॉ. बीना ठाडा, डॉ. दीपिका और विभाग के सभी रेज़िडेंट डॉक्टर्स शामिल रहे।
खिलाड़ियों और कोचों को QCPR मैनिकिन्स, AED ट्रेनर, अम्बु बैग, और पॉकेट मास्क की सहायता से CPR का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण में उत्साहपूर्वक भाग लिया और वास्तविक परिस्थितियों में CPR तकनीक का अभ्यास किया।
CRPF के लिए दूसरा सत्र 17 अक्टूबर को
CRPF ग्रुप-II में दूसरा प्रशिक्षण सत्र 17 अक्टूबर, सुबह 8 से 9 बजे आयोजित किया जाएगा।
इस सत्र में डॉ. अरविंद खरे, डॉ. पूजा माथुर, डॉ. बीना ठाडा, डॉ. दीपिका, डॉ. मीना, डॉ. अनुशा, डॉ. राजीव, डॉ. इति और डॉ. हेमंत भाग लेंगे।
समन्वयक एवं विभागाध्यक्ष के विचार
कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. पूजा माथुर ने बताया कि CPR सप्ताह का उद्देश्य हर नागरिक को जीवनरक्षक तकनीकों से सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा —
“हर व्यक्ति यदि CPR देना सीख ले, तो अनगिनत जीवन बचाए जा सकते हैं।”
विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद खरे ने बताया कि विभाग और Ajmer Society of Anaesthesiologists मिलकर CPR प्रशिक्षण को जन-आंदोलन का रूप देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आने वाले महीनों में अजमेर के विद्यालयों, संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों पर भी ऐसे प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे।
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