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October 8, 2025
सूरत। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों की उपलब्धियां राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत हैं। उन्होंने प्रवासी समुदाय से आह्वान किया कि वे अपनी कर्मभूमि (सूरत) के साथ-साथ अपनी मातृभूमि (राजस्थान) के विकास में भी सक्रिय भागीदारी निभाएं।
मुख्यमंत्री सूरत में आयोजित प्रवासी राजस्थानी मीट को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुजरात और राजस्थान केवल भौगोलिक रूप से ही नहीं, बल्कि उद्योग, व्यापार और संस्कृति के स्तर पर भी घनिष्ठ संबंध साझा करते हैं। विशेष रूप से रत्न-आभूषण, फार्मा, टेक्सटाइल और प्रस्तावित पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स जैसे क्षेत्रों में दोनों राज्यों के बीच अपार संभावनाएं मौजूद हैं।
राजस्थान को बनाएं ‘जेम्स एंड ज्वेलरी हब’
शर्मा ने कहा कि सूरत हीरा कटाई और सिंथेटिक टेक्सटाइल्स के लिए विश्व प्रसिद्ध है, वहीं राजस्थान रंगीन पत्थरों, कुंदन और मीनाकारी के लिए जाना जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों राज्य मिलकर राजस्थान को ‘ग्लोबल जेम्स एंड ज्वेलरी हब’ बना सकते हैं।
‘प्रवासी राजस्थानी सम्मान पुरस्कार’ की घोषणा
मुख्यमंत्री ने 10 दिसंबर को जयपुर में आयोजित होने वाले प्रवासी राजस्थानी दिवस में भाग लेने के लिए प्रवासी राजस्थानियों को आमंत्रित किया। उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार हर वर्ष ‘प्रवासी राजस्थानी सम्मान पुरस्कार’ प्रदान करेगी, जिसके अंतर्गत विज्ञान, व्यवसाय, कला, खेल, साहित्य, सिनेमा, संगीत और सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रवासी राजस्थानियों को सम्मानित किया जाएगा।
निवेश और विकास की नई दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में दिसंबर से पेट्रोकेमिकल रिफाइनरी की शुरुआत होगी और सरकार निवेशकों को ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स व डेटा सेंटर्स स्थापित करने में सहयोग देगी। उन्होंने प्रवासी उद्यमियों को आईटी, फार्मा, ऊर्जा, टेक्सटाइल, खनन और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में निवेश करने का आमंत्रण दिया।
उन्होंने बताया कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान हुए 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू में से 7 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पहले ही धरातल पर उतर चुके हैं। रिप्स-2024 के तहत निवेशकों को 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी भी दी गई है।
जल संरक्षण और सामाजिक योगदान
मुख्यमंत्री ने प्रवासी राजस्थानियों के जल संरक्षण और भूजल पुनर्भरण में दिए योगदान की सराहना की। उन्होंने आग्रह किया कि वे नंदीशाला योजना, भामाशाह योजना और ज्ञान संकल्प पोर्टल जैसी सरकारी पहलों में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
सम्मान और संवाद
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रवासी राजस्थानियों का सम्मान किया और राजस्थान फाउंडेशन का ब्रोशर जारी किया। इसमें देश-विदेश में सक्रिय 26 चैप्टर्स की जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ब्रोशर प्रवासी राजस्थानियों को उनकी जड़ों से जोड़ने और राज्य के विकास में योगदान के लिए मार्गदर्शिका का काम करेगा।
इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, विधायक पुष्पेंद्र सिंह, वरिष्ठ अधिकारी अखिल अरोड़ा और आलोक गुप्ता, साथ ही राजस्थान फाउंडेशन सूरत चैप्टर के अध्यक्ष श्याम राठी सहित बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी मौजूद रहे।
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