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August 9, 2025
भाई बहन के अटूट रिश्ते का पर्व रक्षाबंधन अजमेर सेंट्रल जेल में भी मनाया गया धूमधाम से,
देशभर के अलग-अलग हिस्सों से आई बहनों ने जेल में बंद कैदी भाइयों की कलाई पर बांधा रक्षा सूत्र, जुर्म से तौबा करने का लिया संकल्प, जेल प्रशासन ने किये मुलाकात के बेहतर इंतजाम
अजमेर सेंट्रल जेल के बाहर रक्षाबंधन के मौके पर सैकड़ो बहनों के चेहरों पर ख़ुशी ओर ग़म की मिलीजुली झलक दिखाई दी।
रक्षाबंधन के त्यौहार पर जेल में बंद क़ैद भाईयो की कलाई पर राखी और उनकी लंबी उम्र और नेकी के रास्ते पर चलने की दुआएं सैकड़ो बहनो की ज़ुबान पर दिखाई दी। जेल प्रशासन ने रक्षाबंधन के मौके पर बहनो को कैदी भाईयो के साथ त्यौहार मनाने की इजाज़त दी ओर उनके लिए बेहतर इंतजाम भी किए।जिसके सबब अजमेर सेंट्रल जेल के बाहर राखी बान्धने के लिए अजमेर सहित देश के अलग अलग हिस्सों से आई बहनो की लंबी लाइन नज़र आई। कई बहनो के चेहरों पर कभी ख़ुशी कभी ग़म नज़र आया। कुछ बहने तो अपने भाई की रिहाई के लिए आंसू बहाती दिखी तो कुछ बहने त्यौहार पर अपने भाई की कलाई पर राखी बांध कर मुह मीठा कर खुश भी नज़र आई।
जेल अधीक्षक आर अंतेश्वर ने बताया कि किसी न किसी जुर्म में अजमेर की सेंट्रल जेल में बंद कैदी भाइयों को रक्षाबंधन पर्व मनाने के लिए और उनकी बहनों से मुलाकात के लिए विशेष इंतेजामत किए गए हैं।
बहने अपने कैदी भाइयों को राखी बांधकर उनसे जुर्म से तौबा कर एक अच्छा नागरिक बनकर जीवन व्यतीत करने का संकल्प ले रही है, तो वही जेल प्रशासन की ओर से भी कैदियों के लिए मिठाई का बंदोबस्त किया गया है। सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए किसी भी तरह का उपहार लेने और देने पर पाबंदी लगाई गई है।
वहीं जेल में बंद अपने कैदी भाइयों को राखी बांधने पहुंची बहनों ने नम आंखों के साथ बताया कि ईश्वर से यही प्रार्थना की गई है कि अगली राखी वह अपने भाई के साथ अपने घर पर मनाएं जेल में नहीं, गुस्से और आक्रोश में उठाया गया एक कदम आज उन्हें जेल की सलाखों के पीछे ले आया है। ऐसे में उन्हें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा। लेकिन पर्व का अपना महत्व है इसलिए वह दूरदराज से अपने भाइयों की राखी बांधने आई है और उनसे अब भविष्य में कोई भी अपराध नहीं करने का संकल्प लिया है।
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