Post Views 01
August 2, 2025
तारागढ़ वन क्षेत्र से शांतिपूर्ण रूप से हटाया जा रहा है अतिक्रमण ,सेक्टर बनाकर की जा रही है कार्यवाही
वन विभाग के सभी अधिकारी मौके पर मौजूद ,सेक्टर मजिस्ट्रेट कर रहे है अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की निगरानी
अब तक 40 प्रतिशत के लगभग अतिक्रमण हटाया जा चुका है,न्यायालय से स्थगन आदेश प्राप्त अतिक्रमणों को किया गया अलग से चिन्हित
अतिक्रमण हटाने के लिए की गई मुनादी और समझाइश ,समस्त अतिक्रमियों ने हटाया स्वयं समान
अजमेर के तारागढ़ क्षेत्र में शनिवार सुबह 7 बजे से वन विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अवैध रूप से वन विभाग की जमीन पर बनाई गई करीब 268 दुकानों व अवैध कब्जों को हटाने की कार्यवाही शुरू की।
लगभग 900 पुलिस कर्मियों के जाप्ते की सुरक्षा के बीच टीम ने अंदर कोट से पैदल मार्ग पर अवैध रूप से बनाई गई कच्ची-पक्की दुकानों को हटाना शुरू किया। इस कार्रवाई में वन विभाग ने अजमेर के साथ-साथ टोंक, भीलवाड़ा और नागौर से करीब 250 वन कर्मियों को बुलाया है। इसके अलावा लगभग 900 पुलिसकर्मी, प्रशासनिक अधिकारी और ठेके पर लिए गए मजदूर भी कार्रवाई में शामिल हैं।
वन विभाग ने तारागढ़ पैदल रास्ते से मीठा नीम दरगाह और तारागढ़ से बड़ा पीर दरगाह रोड तक वन भूमि पर करीब 268 अवैध रूप से बनी कच्ची-पक्की दुकानों को चिह्नित किया है। यह सभी दुकानें वन भूमि पर अतिक्रमण कर बनाई गई थीं। अब तक करीब 100 दुकानें हटा दी गई है। कार्रवाई के दौरान पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। हालांकि मीडिया को मौके पर जाने से रोक दिया गया है, लेकिन प्रशासन की ओर से सूचना जनसंपर्क विभाग के जरिए कार्रवाई के फोटो और वीडियो उपलब्ध कराए गए हैं। क्षेत्र में पूर्ण शांति बनी हुई है और पुलिस व प्रशासन की टीमें मोर्चा संभाले हुए हैं। प्रशासन की ओर से सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद यह कदम उठाया गया है।
अजमेर कलेक्टर लोक बंधु ने बताया कि तारागढ़ पहाड़ी पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी है। वन विभाग की ओर से 268 अतिक्रमण चिह्नित किए गए। इसमें करीब 60 पर स्टे है। उनको नहीं छेड़ा गया है। अभी तक करीब 100 दुकानों को हटा दिया गया है। छह टीमे लगाई गई है। मौके पर शांति है और पुलिस व प्रशासन पूरी नजर रखे हुए है।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान फिलहाल मौके पर शांति है लेकिन प्रशासन की ओर से एहतियातन भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया है। साथ ही एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस की टीमें भी मौके पर मौजूद है।
शनिवार सुबह अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही से पहले कई बार वन विभाग, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीमों ने दौरा किया। वन विभाग की टीम ने क्षेत्र में अपने स्तर पर अतिक्रमण हटाने की मुनादी कराई तथा अतिक्रमियों से समझाइश भी की। इसका असर यह रहा कि यहां कईं अतिक्रमियों ने स्वयं के स्तर पर ही कब्जे हटा लिए हैं। शुक्रवार को भी वन विभाग की टीम ने अतिक्रमियों से समझाइश की थी रात को भी कई दुकानदारों ने अपने कब्जे हटाकर सामान निकाल लिया था।
पुलिस अधीक्षक श्रीमती वंदिता राणा ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए क्षेत्र को 6 जोन में बांटा गया है। प्रत्येक जोन की टीम में 30 से 35 कार्मिक, पुलिसकर्मी, प्रशासनिक और वन अधिकारी सहित अन्य शामिल है। कार्मिकों को सुरक्षा के मद्देनजर हेलमेट, मेडिकल किट, छाता, रेनकोट, जंगल में पहनने वाले जूते उपलब्ध कराए है। पीने के पानी की व्यवस्था के साथ आवश्यक दवाईयां भी उपलब्ध कराई है। अंदरकोट क्षेत्र में मेडिकल टीमें व एबुलेंस भी तैयार रखी गई है।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved