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August 1, 2025
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय का 38 वां स्थापना दिवस समारोह, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ओर जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत रहे अतिथि
शिक्षा, संस्कृति और हरियाली का संगम: महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय,
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर का 38वां स्थापना दिवस शुक्रवार को मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मुख्य सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत,तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यकारिणी सदस्य व प्रख्यात शिक्षाविद हनुमान सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के आखिर में विश्विद्यालय परिसर में पौधारोपण कर कार्यक्रम का समापन किया गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने स्थापना दिवस के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि स्थापना दिवस केवल उत्सव नहीं, बल्कि ज्ञान, संस्कृति और चेतना के स्मरण दिवस का अवसर है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति ही हमारे अस्तित्व की आधारशिला है और यही मूल्य आधारित जीवन की शिक्षा देती है।
इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं रावत ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय की गौरवशाली शैक्षणिक यात्रा, अनुसंधान एवं नवाचार की दिशा में इसके महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख करते हुए इसे अजमेर ही नहीं, पूरे राजस्थान के लिए गर्व का प्रतीक बताया। उन्होंने नवनियुक्त कुलपति प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल को नवीन दायित्वों की शुभकामनाएं देते हुए विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
मंत्री रावत ने इस अवसर पर परिसर में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया और सभी गणमान्य अतिथियों के साथ मिलकर पौधारोपण कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के "हरित राजस्थान" संकल्प को साकार करने की दिशा में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा और प्रकृति दोनों का संरक्षण भावी पीढ़ियों को समृद्ध भविष्य देने का आधार है।
जल संसाधन मंत्री श्री रावत ने सभी को राजस्थान के जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए संकल्पित होने का आह्वान करते हुए कहा कि "जहां ज्ञान का वटवृक्ष हो, वहां हरियाली स्वतः फले-फूलेगी।"
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं, प्रशासनिक अधिकारी तथा विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, विचारगोष्ठी, और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के प्रदर्शनों ने समारोह को विशेष बना दिया।
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