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July 14, 2025
शहीद पायलट ऋषिराज सिंह की अस्थियां पुष्कर सरोवर में प्रवाहित, गूंजे वैदिक मंत्र और गमगीन यादें
देश की हवाई सीमाओं की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले पाली जिले के वीर सपूत ऋषिराज सिंह देवड़ा को पुष्कर सरोवर की शांत लहरों के बीच सोमवार को अंतिम विदाई दी गई। पांच दिन पहले चूरू के भाणुदा में हुए वायुसेना के जगुआर ट्रेनर फाइटर जेट क्रैश में शहीद हुए ऋषिराज की अस्थियां उनके परिजनों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुष्कर सरोवर के ब्रह्म घाट पर विसर्जित की गईं।
अस्थि कलश उनके चाचा घनश्याम सिंह के नेतृत्व में सोमवार सुबह पुष्कर पहुंचा, जहां परंपरागत रीति से उनके पुश्तैनी तीर्थ पुरोहित विष्णु प्रकाश राजगुरु ने धार्मिक विधि सम्पन्न करवाई। चंद्रभान सिंह राठौड़ ने बताया कि ऋषिराज सिंह देश सेवा के लिए पूरी तरह समर्पित थे। एनडीए से चयन के बाद वे तीन वर्ष पूर्व भारतीय वायुसेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में सूरतगढ़ में उनकी पोस्टिंग थी। बुधवार को जगुआर ट्रेनर विमान के अभ्यास उड़ान के दौरान हुए हादसे में वे शहीद हो गए। हादसे में उनके साथ एक और पायलट की भी जान गई थी। शहीद ऋषिराज के पिता जसवंत सिंह होटल व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, जबकि मां भंवर कंवर एक गृहिणी हैं। छोटा भाई युवराज अभी पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऋषिराज सिंह देवड़ा भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी शहादत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनकर जीवित रहेगी। पुष्कर सरोवर की लहरों में आज एक सपूत की अमर गाथा समा गई। इस दौरान परमवीर मेजर शैतान सिंह राजपूत छात्रावास अजमेर के अध्यक्ष सुमेर सिंह शेखावत, वरिष्ठ अधिवक्ता भगवान सिंह राठौड़, राजेंद्र सिंह राठौड़, राजपूत सभा अजमेर के सचिव महावीर सिंह राठौड़, गोवर्धन सिंह कालवी, दिलीप सिंह सराना, अर्जुन सिंह राठौड़, महेंद्र सिंह राठौड़, घनश्याम सिंह राठौड़, नरेंद्र सिंह राठौड़, दिलीप सिंह राठौड़, शैलेंद्र सिंह राठौड़, मौजूद रहे ।
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