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July 14, 2025
रेत में दबी ज़िंदगी की आखिरी सांस, पुष्कर में कुई धंसने से मजदूर की दर्दनाक मौत, तीन घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
पुष्कर कस्बे में सोमवार को एक दर्दनाक हादसे ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। विद्युत विभाग कार्यालय के सामने स्थित गुर्जरों की ढाणी में सिवरेज अपशिष्ट के निस्तारण के लिए खोदी जा रही कुई अचानक धंस गई, जिससे 65 वर्षीय मजदूर शंकर कुमावत करीब 20 फुट रेत में दब गया। घटना के बाद तीन घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में उसे बाहर तो निकाला गया, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार शंकर कुमावत को देवी गुर्जर के मकान में कुई खोदने के लिए बुलाया गया था। काम के दौरान अचानक कुई की धस गई और शंकर रेत में समा गया। स्थानीय लोगों ने जब यह देखा तो तुरंत प्रशासन को सूचना दी। पुष्कर थाना प्रभारी विक्रम सिंह राठौड़ पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और तुरंत बचाव अभियान शुरू करवाया।
रेस्क्यू के लिए तीन जेसीबी मशीनें बुलाई गईं। SDRF, सिविल डिफेंस, नगर परिषद पुष्कर और प्रशासन की टीम ने मिलकर लगातार प्रयास किया। आखिरकार करीब 3 घंटे बाद मजदूर को बाहर निकाला गया। उसे गंभीर हालत में पुष्कर के राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डॉ. आदित्य गौड़ ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। पुष्कर उपखंड अधिकारी गौरव कुमार मित्तल ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह के जोखिमभरे कार्य करते समय पर्याप्त सुरक्षा इंतज़ाम किए जाने चाहिएं। साथ ही नगर परिषद पुष्कर और ग्राम पंचायत गनाहेड़ा को निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएं। गौरतलब है कि मजदूर शंकर रावत पुष्कर की सर्वेश्वर कॉलोनी में पिछले दो दशकों से रह रहा था। गर्मियों में वह सोडा-शिकंजी का ठेला भी लगाता था और साथ ही लंबे समय से कुई खोदने का कार्य करता रहा है। उसकी आकस्मिक मृत्यु ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे मोहल्ले और समुदाय को स्तब्ध कर दिया है।
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