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March 30, 2025
राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव ,सांस्कृतिक संध्या का हुआ आयोजन
जिला स्तरीय सांस्कृतिक संध्या में किया गया लोक कलाकारों द्वारा शानदार प्रस्तुतीकरण
कवि सम्मेलन में वही काव्य रस की धारा
अजमेर, 30 मार्च। राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव के अंतर्गत सांस्कृतिक संध्या का जिला स्तरीय कार्यक्रम रविवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित हुआ। इसमें लोक कलाकारों द्वारा अपनी शानदार प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शकों को मंत्र मुक्त किया गया। कवि सम्मेलन में काव्य रस की धारा बही। जिला कलक्टर श्री लोक बंधु एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती वंदना खोरवाल ने कलाकारों एवं कवियों को सम्मानित किया।
पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक श्री योगेश कुमार खत्री ने बताया कि राजस्थान दिवस के साप्ताहिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में रविवार को जिला स्तरीय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इसमें सुप्रसिद्ध लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। आगंतुकों का स्वागत कच्ची घोड़ी एवं अन्य लोक वाद्यों के द्वारा हुआ। श्री धर्मा भाट के दल ने कच्ची घोड़ी नृत्य प्रस्तुत किया। पुष्कर के सुप्रसिद्ध नगाड़ा वादक श्री कैलाश सोलंकी के दल ने आत्म विभोर करने वाला नगाड़ा वादन किया।
उन्होंने बताया कि गनाहेड़ा के श्री किशना राम के दल ने लोक वाद्य रावण हत्था का वादन किया। इनके साथ श्रीमती संतोष एवं हर्षा देवी ने बन्ना म्हारा केसरिया हजारी गुल का फूल का कमाल का लोक गायन प्रस्तुत किया। उनके साथ श्री गंगाराम के द्वारा वादन नृत्य की प्रस्तुति भाव विभोर करने वाली रही।
पूरा भारत चेतक का आभारी है
उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय सांस्कृतिक संध्या में कवि सम्मेलन भी हुआ। इसका संयोजन कवि लोकेश चारण ने किया था। श्री लोकेश चरण ने बनाया क्रांति की चिंगारी को देश में शोला कविता प्रस्तुत की। कवि सम्मेलन का संचालन श्री कमल मनोहर ने किया। उनके द्वारा कविता सरकार योजना गैस उज्ज्वला लाई है प्रस्तुत की गई। कवि सोहन दान चारण ने राजस्थानी में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसके बोल सरसती सदा सुखदाई थे। साथ ही कविता अब भी 58 सैनिक जो पाक जेल में कैदी है सुनाई। कमल माहेश्वरी ने हास्य रस से परिपूर्ण संस्कृत को अंग्रेजी खा गई तथा जब एक बार मेरी शादी हुई कविताएं प्रस्तुत की। उमेश उत्साही द्वारा राजस्थान दिवस के अवसर पर राजस्थान के इतिहास से संबंधित कविताएं सुनाई गई। उनकी कविता पूरा भारत चेतक का आभारी है को बहुत सराहना मिली। भावना लौहार ने शौर्य पराक्रम की परिपाटी वाला राजस्थान है कविता प्रस्तुत की। कवि श्रवण दान शुन्य ने दो रोटी की खातिर मां-बाप को भी बांट देते हैं लोग कविता सुनाई।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल जोशी, जिला रोजगार अधिकारी श्री मधुसूदन जोशी, सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक श्री महेंद्र सिंह शक्तावत उपस्थित रहे।
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