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September 30, 2023
अजमेर में विभिन्न मल्टी स्पेशलिटी सुविधाएं उपलब्ध तो चिकित्सा के लिए बाहर जाने की क्या जरूरत? आज डॉ रमेश क्षेत्रपाल के जन्मदिन पर शहर की जनता की ओर से उनके लिए शुभकामनाएं
अजमेर के सुप्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ रमेश क्षेत्रपाल ने कितने हजार या लाख लोगों की नेत्र ज्योति दुरुस्त की है,यह संख्या इतनी अधिक है कि उन्हें खुद भी पता नहीं होगी! अजमेर और राजस्थान के दूसरे जिलों के हम लोगों में से न जाने कितने लोग ऐसे हैं जिनके नाना- नानी, दादा- दादी, मां - बाप अथवा परिवार के किसी सदस्य ने डॉक्टर रमेश क्षेत्रपाल से नेत्रों की चिकित्सा करवाई होगी।
जब हम किसी झील में सहज भाव से तैरती हुई डक को देखते हैं तो हमें इस बात का अनुमान नहीं होता कि उसे तैरने के लिए एक क्षण भी रुके बिना निरंतर अपने पैर चलाने होते हैं। डॉ क्षेत्रपाल की सफलता कथा को हर आदमी जानता है लेकिन इस सफलता के पीछे उनका कितना अथक परिश्रम है, इस बारे में बहुत कम लोगों को अनुमान है। अपने जीवन के एक बड़े हिस्से में डॉ क्षेत्रपाल ने प्रतिदिन 18 से 20 घंटे कार्य किया है और आज भी वे किसी अनुशासित कर्मचारी की तरह अपने अस्पताल में बैठकर कार्य करते हैं।
डॉ क्षेत्रपाल ने एक ओर तो नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को स्पर्श किया, वहीं दूसरी ओर अजमेर जैसे छोटे से शहर में मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल खोलकर लोगों को दिल्ली,जयपुर या अहमदाबाद में मिलने वाली सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सा सेवाएं अजमेर में ही सुलभ करवा दी। उनका मिशन है कि अजमेर और आसपास के जिलों के लोगों को इलाज के लिए कई गुना ज्यादा धन खर्च करके दूर दराज के शहरों में नहीं जाना पड़े। अजमेर में ही हर तरह की मल्टी स्पेशलिटी चिकित्सा सुविधा आम आदमी को किसी योजना के अंतर्गत नि:शुल्क अथवा अफॉर्डेबल सेवा प्रभार पर मिल सके।अजमेर शहर में अधिकाधिक सुपर स्पेशलिस्ट सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से क्षेत्रपाल हॉस्पिटल (मल्टी स्पेशियलिटी एंड रिसर्च सेंटर, पंचशील,अजमेर) ने अपने हॉस्पिटल में न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी (पेट और लिवर संबंधी रोगों कानिदान),कार्डियोलॉजी,यूरोलॉजी, ओन्को सर्जरी आदि सुपर स्पेशलिटी सेवाएं उपलब्ध करवाई हैं जबकि यहां ऑर्थोपेडिक,प्रसूति एवम् स्त्री रोग,पल्मोनोलॉजी,शिशु चिकित्सा,ईएनटी,जनरल मेडिसिन,जनरलसर्जरी,डेंटल,फिजियोथेरेपी,रेडियोलोजी,पैथोलॉजी,नेत्र,अनेस्थिया आदि से संबंधित चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध हैं।
क्षेत्रपाल हॉस्पिटल से लौटने वाले मरीज न केवल चिकित्सा से संतुष्ट होते हैं वरन यहां के डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ के मृदु व्यवहार से भी अधिकांश लोग प्रफुल्लित होकर लौटते हैं।अजमेर के एक छात्र का जब मेडिकल में दाखिला हुआ तो उसकी दादी ने उसे यह कहकर आशीर्वाद दिया कि, बेटा तू मरीजों के प्रति सहानुभूति रखकर उनका अच्छा इलाज तो करना ही सही, साथ ही कचहरी रोड वाले डॉक्टर रमेश क्षेत्रपाल की तरह मीठा बोलना।क्षेत्रपाल हॉस्पिटल हालांकि इन दो बिंदुओं को सामने रखकर भी कार्य कर रहा है लेकिन मुझे लगता है कि इन पर और अधिक फोकस की जरूरत है
पहला- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना ताकि लोग बीमार ना पड़े। साथ ही कोई रोग हो जाने पर दवाइयों के अलावा बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति जागरूकता।
दूसरा- अभी भी हमारे यहां रूटीन मेडिकल चेकअप की परंपरा नहीं है। इसे बढ़ावा देने के लिए और अधिक सस्ते पैकेज उपलब्ध करवाना तथा लोगों को उनके दरवाजे पर दस्तक देकर रूटीन मेडिकल चेकअप की जानकारी देना। आज अनेक लोग सामान्य मेडिकल चेकअप नहीं करवाने के कारण अपनी जान जोखिम में डाल बैठते हैं।
डॉ रमेश क्षेत्रपाल की सफलता कथा में निसंदेह उनकी टीम का महत्वपूर्ण हाथ है लेकिन दो व्यक्ति विशेष रूप से उनके अस्पताल के नाम को उज्जवल करने में दिन रात जुटे रहते हैं। ये हैं डॉ अरुण क्षेत्रपाल और अस्पताल की संचालन समिति के उपाध्यक्ष आलोक शर्मा! डॉ रमेश क्षेत्रपाल को उनके जन्मदिन पर शहरवासियों की ओर से अनंत शुभकामनाएं और उनकी दीर्घायु की कामना।
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