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January 15, 2022
दरगाह सीओ पार्थ शर्मा ने बताया की 22 जून 2018 को गुमशुद्वा सतीश मेघवंशी की माताजी श्रीमती भंवरी देवी निवासी श्यामनगर काली मन्दिर के पीछे फायसागर रोड़ ने अपने बेटे सतीश मेघवंशी की गुमशुद्वगी रिपोर्ट पेश की जिसपर एम पी आर संख्या 26/2018 दर्ज कर गुमशुद्धा सतीश मेघवंशी की तलाश की जा रही थी।इसके बाद 30 अगस्त 2018 को गुमशुद्धा सतीश मेघवंशी की पत्नि श्रीमति माया देवी ने रिपोर्ट पेश की कि मेरा पति राजस्थान पत्रिका के वितरण कर्ता थे। जो ग्रामीण क्षेत्र में अखबार वितरण व गार्ड का काम भी करते थे जो दिनांक 19.06.2018 को प्रतिदिन की तरह मोटरसाईकिल से निकले थे जो आज तक घर पर नहीं आये हैं। मुझे अन्देशा है कि मेरे पति सतीश मेघवंशी का राजस्थान पत्रिका के मैनेजर मनीष डांगी व उनके सहयोगी नरेश बंसल, सुदर्शन यादव, अरूण जैन, देवकीनन्दन शर्मा व सत्यप्रकाश ने आगरा गेट बुलाकर अपहरण करके हत्या कर दी है या कहीं ले जाकर उनके साथ अनहोनी घटना कर चुके है। आदि रिपोर्ट पर प्रकरण संख्या 187/ 2018 धारा 365 एस सी / एस टी एक्ट पुलिस थाना गंज अजमेर पर पंजीबद्ध किया गया।सहायक पुलिस अधीक्षक विकास सागवान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर एवं मुख्यालय, पार्थ शर्मा वृताधिकारी वृत दरगाह के निर्देशन में गंज थानाधिकारी धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया
गया। पुलिस उप अधीक्षक एस सी / एस टी सैल अजमेर व वृताधिकारी वृत दरगाह शहर अजमेर द्वारा गुमशुद्वा सतीश मेघवंशी की तलाश के हर सम्भव प्रयास किये गये। गुमशुद्दा सतीश मेघवंशी का परिवार व रिश्तेदारों से कोई सम्बन्ध नहीं रहा। गुमशुद्वा की तलाश हेतु विशेष टीम का गठन कर तकनिकी सहायता व मुखबीर की सुचना पर गुमशुद्धा सतीश मेघवंशी के सुरत, गुजरात में होने की जानकारी मिलने पर गठित टीम को सुरत, गुजरात भिजवाया गया। जहां गुमशुद्वा सतीश मेघवंशी चौक बाजार, सुरत, गुजरात में मजदुरी करता हुआ पाया गया। जिसको दस्तयाब कर हमराह लेकर आये एवं बाद अनुसंधान परिजनों को सुपूर्द किया गया।लगभग पौने 4 साल बाद अपने परिवार से मिले सतीश मेघवंशी को देखकर सभी के आंसू छलक पड़े।
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