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November 17, 2020
अफगानिस्तान के आंतरिक (गृह) मंत्रालय ने एक सूची जारी कर एलान किया है कि देश के हेलमंद और कंधार प्रांत में एक माह पूर्व शुरू किए गए अभियान में तालिबान के 70 कमांडरों को मौत के घाट उतार दिया गया है। यह अभियान अफगानी सुरक्षा बलों ने तालिबान हमलों के जवाब में चलाया। मंत्रालय ने जानकारी दी कि कम से कम 152 पाकिस्तानी लड़ाके भी हेलमंद प्रांत में मारे जा चुके हैं।
अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने बताया कि तालिबान के 20 कमांडर हेलमंद के अलग अलग हिस्सों के थे जो 45 से 100 सदस्यों के समूहों का नेतृत्व कर रहे थे। हेलमंद के अलावा 40 तालिबान के कमांडर कंधार प्रांत में मारे गए हैं। हेलमंद में मारे गए 10 कमांडर उरुजगा, कंधार और गजनी से आए थे। पत्रकारों के सामने सूची जारी करते हुए मंत्रालय ने बताया कि कम से कम 152 पाकिस्तानी लड़ाके हेलमंद प्रांत में मारे गए हैं।
आंकड़ों के मुताबिक 65 शवों को डुरंड लाइन के जरिए स्थानांतरित कर दिया गया है जबकि 35 शवों को फराह, 54 को हेलमंद, 13 को जाबुल और 13 को उरुजगा प्रांत पहुंचाया गया है। इस दौरान 30 तालिबानी कमांडर हेलमंद में घायल हुए हैं। इस ऑपरेशन का नेतृत्व चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल मोहम्मद यासिन जिया कर रहे थे, जो अभी भी जारी है।
तालिबान को दी गई मात
यद्यपि तालिबान के खिलाफ अफगानिस्तान के हेलमंद और कंधार में सुरक्षा बलों का अभियान अभी जारी है, लेकिन आंतरिक मंत्रालय ने दावा किया कि तालिबान को मात दे दी गई है। प्रवक्ता तारिक एरियन ने बताया कि तालिबान के हमलों में पिछले 25 दिन में कम से कम 134 आम लोग मारे गए हैं और 289 घायल हुए हैं। हालांकि तालिबान ने मंत्रालय के बयान का खंडन किया है।
हजारों पाक आतंकी सक्रिय
जुलाई में संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी एक रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पाकिस्तान के करीब 6,000 से 6,500 आतंकवादी पड़ोसी अफगानिस्तान में सक्रिय हैं। इनमें से अधिकांश ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ से संबंध रखते हैं और वे दोनों देश के लिए खतरा हैं। वहीं, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भी अफगानिस्तान पर जारी अपनी रिपोर्ट में दोनों देशों के सीमा क्षेत्र को आतंकी गुटों के लिए सुरक्षित ठिकाना बताया।
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