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October 9, 2020
हां भूतड़ा मैं पलाड़ा का ही आदमी हूँ. कोई शक़
चिलगोजों को कहें वो अपनी सीमा में रहें
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
दोस्तों!! वैसे तो मूलतया मैं अपने पत्नी का ही आदमी हूँ मगर भूतड़ा के भूत कह रहे हैं मैं पलाड़ा का आदमी हूँ।यदि वे समझ ही गए हैं कि मेरे पीछे अजमेर ज़िले का कोई शेर है तो फिर भौंकना बन्द कर दें क्यों कि शेर कभी भौंकता नहीं है ।
मैंने पिछले दिनों दो ब्लॉग ब्यावर के दोगले नेता भूतड़ा के लिए लिखे। यह बताते हुए कि उनका मैं बहुत सम्मान करता हूँ।उनका कट्टर समर्थक हूँ मगर उनकी राजनीति में कुछ गलत लोग शामिल हो गए हैं जिनसे उनकी छवि ख़राब हो रही है।मैंने ये भी लिखा कि उनका ज़िले भर में विरोध हो रहा है।विधायक शंकर सिंह रावत ही नहीं, कई विधायक और दिग्गज नेता उनके इतिहास से नफ़रत करते हैं।उन्होंने जिस तरह भाजपा को इस्तेमाल किया वह लोगों को पसंद नहीं आ रहा।उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ कर भाजपा के घोषित प्रत्याशी शंकर सिंह रावत के विरुद्ध चुनाव लड़ा।
वो !! या उनके चिल्गोज़े मुझे ये बताएं कि मैंने क्या ग़लत लिखा उनको जनता ने ऐसा करने का क्या इनाम दिया मात्र 6 हज़ार वोट। यदि वे भाजपा के सगे होते तो टिकट न मिलने पर ज्यादा होशियारी नहीं दिखाते।रावत का साथ देते। पार्टी के सगे बने रहते
उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता ओम माथुर के पुतले जलवाए ये लिख कर मैंने क्या ग़लत लिखा।बताएं वो या उनके चिल्गोज़े
भाजपा ने उनके भयंकर गुनाह को माफ़ कर वापस भाजपा में ले लिया जबकि वे भाजपा से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिए गए थे।उनको अहसानमंद होना चाहिए उन नेताओं का जिन्होंने उनको पार्टी में फिर से सम्मानित किए जाने में मदद की।अहसान फ़रामोशी करते हुए उन्होंने उन्ही नेताओं की रायशुमारी तक नहीं ली अपनी टीम बनाने में।यदि मैं कहूँ कि डॉ भगवती प्रसाद सारस्वत जो उनके पिछले निकाय चुनावों में सरपरस्त थे आज उनसे नाराज़ क्यों हैं तो शायद उनके ज़र ख़रीद ग़ुलाम कहें कि मैं सारस्वत जी का आदमी हूँ।वे मुझे ब्लॉग लिखने का पैसा देते हैं। हा हा हा
भूतड़ा जी! आदमी तो मैं आपका ही था, तभी आपके राजनीतिक दुश्मन शंकर सिंह रावत के लिए मैंने ऐसा लिखा कि वे अपनी ज़ुबान पर काबू नहीं रख पाए।उन्होंने चांग गेट से मुझे आपका आदमी समझ कर अनर्गल प्रलाप किया।तब तो आपको और आपके पिल्लों को बहुत अच्छा लगा था।
अब जब मैंने आपको आईना दिखाया तो आपका स्वाद बदल गया।आपके चिलगोजों ने मुझे पलाड़ा का paid sevent बता दिया।चलिए आप किसके आदमी हैं आप ही बता दीजिए।भाभी जी के अलावा आप किस किसके आदमी हैं बता दें
और हाँ,जहाँ तक भंवर सिंह पलाड़ा का सवाल है आप किसी भी क्षेत्र में उनके किसी भी बाल के बराबर नहीं।उनकी बराबरी करने में आपको अगला जन्म लेना पड़ेगा।
वो बंदा आपकी तरह पीछे से वार नहीं करता।जिस दिन उसके लपेटे में आए पता चल जाएगा कि नवीन शर्मा और उनमें क्या फ़र्क़ है
मेरा कहा यदि सच नहीं लग रहा हो तो पूछ लेना माननीय पलाड़ा ने नवीन जी के साथ पीठ पीछे नही आमने सामने सार्वजनिक रूप से ही जवाब दिया था या नही। जवाब मिलने के बाद उनका क्या बिगाड़ लिया था उन्होंने यहाँ में उखाड़ लिया शब्द का इस्तेमाल नहीं कर रहा।
भूतड़ा जी!! मैं न भाजपा न काँग्रेस न किसी और पार्टी का आदमी हूँ। मैं अपने ईमान का आदमी हूँ।आपके जो चिल्गोज़े मेरे बारे में बकवास कर रहे हैं ज़रा उनको समझा दें कि खाल में रहें।यदि वे मुझे पलाड़ा का आदमी कह रहे हैं तो उनको कह दें कि नवीन जी को केकडी से चुनाव न लड़वाएँ और न आप मसूदा के लिए ज़ुबान गीली करें।
और हाँ, मसूदा में भी इस बार निश्चित रूप से चमत्कार ही होगा।
प्रिय भूतड़ा जी! मैं आपका समर्थक ही था।आप कल तक मेरे ब्लॉग्स बहुत पसंद करते थे।आज अचानक आपका मेरे प्रति रवैया बदल गया है।निंदक नियरे राखिए वाली बात आपको याद नहीं रही। आलोचना को बर्दास्त करना सीखिए भूतड़ा जी..।
नहीं सीखे तो समझ लीजिए कि आपका पाला मुझसे नहीं पलाड़ा से पड़ा है क्यों कि मैं उनका आदमी हूँ इसलिए आपको उन तक पहुंचने के लिए मुझ से होकर तो गुज़रना ही पड़ेगा।यही मैदान है यही घोड़े हैं। इंतज़ार रहेगा आपका।
आशा है आप बुरा नहीं मानेंगे।मुझे अपना कट्टर समर्थक ही समझेंगे। आदमी अगर पलाड़ा का हूँ तो कम से कम आप जैसा दोगला तो नहीं होउंगा
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