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September 30, 2020
अजमेर भाजपा देहात अध्यक्ष भूतड़ा के विरुद्ध बग़ावत के सुर हुए ऊँच
आरोपों की लंबी फेहरिस्त के साथ विद्रोही कर रहे हैं भूतड़ा को हटाने की माँग
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
अजमेर भाजपा देहात अध्यक्ष देवीशंकर भूतड़ा की राजगद्दी पर सवाल उठाए जाने लगे हैं उन पर आरोपों की झड़ी लगने लगी है उनके विरुद्ध बगावती सुर ऊंचे हो रहे हैं और विरोधियों का संगठित होना शुरू हो गया है उनके विरुद्ध शिकायतों का मोटा पुलिंदा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया तक पहुंचाया जाना शुरू हो गया है विरोधी सही है या गलत भूतड़ा पर लगाई जाए जा रहे आरोप सही है या गलत यह तो हाईकमान ही तय करेगा। जो लोग भूतड़ा विरोधी हैं उनकी शिकायतों को यदि नजरअंदाज नहीं किया जाए तो कई मुद्दों पर उन्हें घेरा जा रहा है। इतना सब होने के बाद भी इन भारी शिकायतों को नज़रअंदाज़ इसलिए किया जा सकता है कि भूतड़ा को हैडमास्टर साहब का पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त है।
अजमेर जिला देहात भाजपा कार्यकारिणी का गठन ओर मण्डल प्रभारी नियुक्त करने के बाद विवादों में आये भाजपा देहात जिला अध्यक्ष देवीशंकर भूतडा की मुश्किलें अब ओर बढ़ती नज़र आ रही हैं। भूतडा द्वारा बागी-दागी ओर लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगो को पदों से नवाज़ने के बाद उपजा यह विवाद अब और गहरा गया हैं ।
जिले की लगभग हर विधानसभा क्षेत्र में देहात जिला अध्यक्ष के खिलाफ अंदर ही अंदर मुहिम शुरू हो गई और सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर भूतडा का विरोध शुरू हो गया है। जिले के कई बड़े भाजपा नेता पार्टी आलाकमान से मिल कर भूतडा को पद से हटाने की मांग करेंगे इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है ।
भूतडा के खिलाफ लामबन्द हुए भाजपाइयों के बगावत के सुरों में सुर मिलाकर अब और भी पार्टी कार्यकर्ता ओर पदाधिकारी मुखर होने लगे हैं ओर एक रणनीति बनाकर भूतडा को पदच्युत की मुहिम में शामिल हो गए हैं।
ऐसे भाजपाइयों का कहना है कि देहात अध्यक्ष ने जिले में जिन लोगो को मण्डल अध्यक्ष , मण्डल प्रभारी, जिला कार्यकारिणी जैसे महत्वपूर्ण पदो से नवाजा उनमे से कई लोग ऐसे है जिन्होंने सन 2013 से आज तक यानी 2020 तक कभी भी पार्टी द्वारा बुलाई गई किसी भी बैठक में भाग नहीं लिया ओर न ही वे प्रदेश नेतृत्व द्वारा घोषित किसी भी पार्टी की गतिविधि का हिस्सा बने।यही नही इन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व ओर वर्तमान राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह और जे पी नड्डा द्वारा घोषित पार्टी के बड़े कार्यक्रमो में भी कभी रुचि नही दिखाई। यही नही इन लोगो ने कई कार्यक्रमो को फेल कराने के असफल प्रयास भी किए मगर इन लोगो द्वारा किए गए प्रयासों को कर्मठ ओर निष्ठावान भाजपा कार्यकर्ताओं ने सफल नही होने दिया। अब ऐसे ही निष्ठावान कार्यकर्ता भूतडा की कार्यशैली से बेहद खफा हैं ।
जिले के कई पूर्व मण्डल अध्यक्षो और बगावती तेवर अपना चुके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बीते सालो में पार्टी द्वारा बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठकों के प्रोसिडिंग रजिस्टर की प्रतियां शिकायत के साथ पार्टी आलाकमान को भिजवाई हैं।जिन कार्यक्रमो से बागी ओर दागी हमेशा नदारद रहे।
शिकायत के साथ समाचार पत्रों की कटिंग ओर मुख्य कार्यक्रमो के फोटोग्राफ भी मय सबूत पेश किए गए हैं, साथ ही यह भी कहा गया है कि हर छोटे बड़े कार्यक्रम में उपस्थित रहे कार्यकर्ताओ ओर पदाधिकारियो की सूचना, फ़ोटो ग्राफ के साथ ,हर दफा कार्यक्रम के बाद जिला और प्रदेश कार्यालय भिजवाई जाती है उनसे भी पदों पर नवाजे गए लोगो की सक्रियता अथवा निष्क्रियता साबित हो सकती है।
साथ ही दावा किया गया है कि ऐसे लोग जिन्हें पदों पर नवाजा गया उनके पास पार्टी में विगत सात साल से सक्रिय रहने के कोई सबूत हों तो वे पार्टी आलाकमान के पास प्रस्तुत करें।
उल्लेखनीय है कि देहात जिला अध्यक्ष द्वारा पदों से नवाज़े गए कई लोगो के गत विधानसभा ओर लोकसभा चुनाव के समय पार्टी प्रत्याक्षी के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार ओर विरोधी पक्ष को खुला सहयोग करने के ऑडियो वीडियो भी वायरल हुए जो कि उस समय चर्चा का विषय बने थे और ऐसे लोगो को खुद पार्टी आलाकमान ने दूसरे जिलों अथवा विधानसभा में लगाया मगर वहाँ भी इनकी पार्टी विरोधी गतिविधियां जारी रहीं थी।
अब जब कि जिला अध्यक्ष भूतडा द्वारा दागी बागियों को पदों से नवाज़ने के बाद विरोध के स्वर तेज़ हो रहे हैं। यह मामला सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर छाया हुआ है, और इसको लेकर पक्ष और विपक्ष दोनो ही तरह के कमेंट्स मिल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर खुद दागी बागियों के समर्थक अब स्वीकार कर रहे हैं की हां हमने पार्टी के साथ दगा किया था। सोशल मीडिया पर अधिकांश लोग भूतडा द्वारा दागी ओर बागियों को पद दिए जाने का विरोध किया जा रहा है। वही कुछ वरिष्ठ नेताओं का यह भी कहना था ऐसे लोगो को पद देते समय मनमानी नही करनी चाहिए थी। सभी लोगो को विश्वास में लिया जाना था ,जो भूतडा ने नही किया। अगर सब को विश्वास में लेकर काम करते तो आज अप्रिय स्तिथि का सामना नही करना पड़ता।
इधर ज्यो ही जिला अध्यक्ष भूतडा की कार्यशैली से आहत निष्ठावान कार्यकर्ता लामबन्द हुए तो सोशल मीडिया पर भी उन्हें जबरदस्त समर्थन मिल रहा है और सोशल मीडिया के हर प्लेट फार्म पर भूतडा हटाओ मुहिम शुरू हो गई है।
भूतड़ा जो हाल ही में ऑपरेशन करवा कर लौटे हैं से मेरी हमदर्दी है। मेरी निजी राय में वे बेहद माक़ूल राजनेता हैं।ज़मीन से जुड़े हैं।उनके विरुद्ध जो विरोध हो रहा है ,मैं उससे ख़ुश नहीं मगर जो सच मेरे सामने है उस से भी मैं मुँह नहीं मोड़ सकता।भूतड़ा को भी चाहिए कि वे निंदकों से नाराज़ हुए बिना अपने अंदर झाँक के देखें।यदि आरोपों में सच्चाई हो तो तुरंत इस्तीफा दे दें।आरोप गलत हों तो जम कर उन्हें ख़ारिज़ करें और हाई कमान को यक़ीन दिलाएं कि उनके विरोधी झूंठे और मक्कार हैं।
वैसे मेरा मानना है कि हैडमास्टर साहब को भाजपा की वर्तमान स्थिति को देखते हुए अब अजमेर जिले की राजनीति में दखल देकर जिले (शहर और देहात दोनो) में मच रहे भूचाल को समय रहते नियंत्रित कर लेना चाहिए क्योंकि शहर और देहात अध्यक्ष दोनो ही उनके चोटिकट चेले हैं। उनके दिए किसी भी निर्देश को टालने की हिम्मत इन दोनों में ही नही है।
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